हजारीबाग:
झारखंड में शिक्षकों की बहाली को लेकर युवाओं में आक्रोश है। राज्य सरकार द्वारा कैबिनेट में TGT/PGT शिक्षकों के 8900 पद समाप्त करने और माध्यमिक शिक्षकों के वेतनमान में कटौती के खिलाफ हजारीबाग में छात्रों ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया। प्रदर्शन में छात्र नेता मनोज यादव, विनय कुमार और विक्रम कुमार ने छात्रों को संबोधित किया। युवा अधिकार संघ के सदस्य जीवन कुमार ने कहा कि “राज्य के हजारों स्कूलों में एक ही शिक्षक हैं, फिर भी सरकार पद समाप्त कर रही है। यह छात्रों के भविष्य के साथ धोखा है।”
उपेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि नई शिक्षा नीति का हवाला देकर राज्य सरकार ने गलत निर्णय लिया है, जबकि अन्य राज्यों में न तो पद सरेंडर हुए हैं और न ही वेतन में कटौती। अभिषेक राज ने कहा कि “हर परीक्षा में गड़बड़ी हो रही है, पेपर लीक आम बात हो गई है। छात्र न्याय के लिए कोर्ट तक जाने को मजबूर हैं।”
विक्रम कुमार ने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि “वहाँ लाखों शिक्षकों की वैकेंसी निकली, लेकिन झारखंड सरकार दो साल में 5000 पद भी नहीं निकाल सकी।” उन्होंने शिक्षा मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि “बेतुके बयान देकर वे अपनी नाकामी छुपा रहे हैं।”
छात्रों की प्रमुख मांगें:
1. TGT/PGT पद समाप्त करने और वेतन कटौती का निर्णय रद्द किया जाए।
2. JTET का सिलेबस जारी कर परीक्षा आयोजित की जाए।
3. सभी स्नातक स्तरीय परीक्षाएं दो चरणों में कराई जाएं।
छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि मांगे पूरी नहीं हुईं तो राज्यव्यापी आंदोलन होगा।