द फॉलोअप डेस्कः
बेजराबाद मधुरसा बराकर नदी में डूबे साइबर पुलिस जवान संदीप मंडल के शव को चौथे दिन गोताखोर निकालने में सफल हो गये हैं। शव को नदी से बाहर लाया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एनडीआरएफ की 12 सदस्यीय टीम व स्थानीय लगभग चार नाव में सवार लगभग बीस की संख्या में चितामी, नारायणपुर जामताड़ा क्षेत्र के गोताखोरों ने काफी मशक्कत के बाद शव बरामद करने में सफलता पाई है। टुंडी थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक अनिल कुजूर ने टुंडी थाना परिसर में सभी स्थानीय गोताखोर युवक को अंग वस्त्र देकर सम्मानित करते हुए आभार जताया।
साइबर अपराधी को पकड़ने में डूबा था
टुंडी थाना अंतर्गत सोनाद में धनबाद साइबर टीम ने 18 जनवरी को साइबर अपराधी को पकड़ने के लिए छापा मारा था। इसी दौरान एक साइबर अपराधी भागने के क्रम में पांडेडीह बेजराबाद बराकर नदी घाट में घुसकर भागने लगा। उसे दौड़ाकर पकड़ने के दौरान साइबर पुलिस संदीप मंडल बराकर नदी में कूद गया। काफी देर तक वह बाहर नहीं आया। जिसके बाद उसकी तलाशी शुरू हुई। छापेमारी में साथ गई अन्य पुलिस बल डूबे साथी पुलिस जवान की नदी में तलाश की, लेकिन पानी गहरा होने के कारण तीन दिन तक कुछ पता नहीं चल पाया।
क्या हुआ था उस दिन
दरअसल साइबर डीएसपी सुमित लकड़ा टीम के साथ टुंडी बराकर नदी के किनारे स्थित मधुरसा गांव में साइबर अपराधी के तलाश में पहुंची थी। गांव के नजदीक बड़ाकर नदी के किनारे एक जगह में चार-पांच युवक मोबाइल लेकर कुछ कर रहे थे। इसी क्रम में पुलिस को देखते ही सभी भागने लगे। साइबर पुलिस की टीम भी युवकों को खदेड़ कर पकड़ने का प्रयास करने लगे। भागने के क्रम में एक युवक अपने आप को घिरता देख बराकर नदी में कूद गया और तैरकर नदी के दूसरी ओर जाने लगा लगा। पुलिस टीम से भी एक आरक्षी संदीप मंडल नदी में तैर कर भाग रहे युवक के पीछे वह भी नदी में उतर गया। इसी क्रम में संदीप कुमार मंडल का पैर लड़खड़ाया और वह पानी में गिर गया। इसके बाद किसी ने उसे पानी से उठते हुए नहीं देखा।