रांची:
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार ने मंत्री कि पत्नी के नाम पर चल रहे अवैध होटल पर कार्रवाई के बजाए रेगुलराइजड़ किये जाने पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि दादागिरी का आलम यह है कि हेमंत सरकार के मंत्री के के प्रभाव में होटल पर कार्रवाई करने के ठीक विपरीत होटल को रेगुलराइज कर दिया गया। जबकि होटल को पूर्व में सील करते हुए सितंबर 2021 को बिल्डिंग तोड़ने का आदेश दिया था।
नियम विरुद्ध इसे होटल बना दिया गया
अविनेश कुमार ने कहा कि आरआरडीए ने वर्ष 2005 में जो नक्शा पास किया था, उसके मुताबिक बेसमेंट व सेमी बेसमेंट में पार्किंग, ग्राउंड फ्लोर पर दुकानें और तीन तल्ला आवासीय भवन बनना था लेकिन इसे होटल बना दिया गया। 2016 में नगर आयुक्त ने इस पर 92.92 लाख का जुर्माना लगाया था। इसके बाद नगर आयुक्त मुकेश कुमार की कोर्ट ने सितंबर 2021 में 2.60 करोड़ का जुर्माना लगाते हुए बिल्डिंग तोड़ने का आदेश दिया था। हालांकि, आदेशों कि धज्जियां उड़ाते हुए मंत्री के प्रभाव में नियम कानून को ताक पर रखकर बिल्डिंग रेगुलराइज कर दिया गया।
सरकार का चरित्र उजागर हो गया
उन्होंने कहा कि इस होटल प्रकरण में हेमंत सरकार का चाल चरित्र और चेहरा पूरी तरह से उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि इस होटल प्रकरण में सरकार की सिस्टम मंत्री के आगे घुटने टेक दिया। दादागिरी का आलम यह है कि करोड़ों रुपये का जुर्माना नहीं देना पड़ा आलमगीर आलम की पत्नी को इस पूरे घटनाक्रम ने झारखंड सरकार के कामकाज एवं सरकार के मंत्रियों के लूट की प्रवृत्ति को बताने के लिए काफी है।