द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने आज सत्तापक्ष के विधायकों की बैठक बुलाई है। एक तरफ जहां झारखंड में सत्ता परिवर्तन के कयास लगाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी चर्चा ये भी है कि हेमंत सोरेन सभी सहयोगी विधायकों से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर फीडबैक ले सकते हैं। उनके जेल में रहने के दौरान उपजे सियासी हालात पर चर्चा कर सकते हैं। आज की इस हाई प्रोफाइल मीटिंग में जिन मुद्दों पर चर्चा होनी है, उसे लेकर सत्ता पक्ष के विधायक जानकारी देने से बच रहे हैं। या फिर उन्हें इस मीटिंग के बारे में कोई अंदाजा ही नहीं है। इधर सीएम चंपाई के सारे कार्यक्रम रद्द करने के बाद इन सारे कयासों को और अधिक बल मिल रहा है।
सत्ताधारी दल के विधायक ये स्वीकार कर रहे हैं कि आज की बैठक कोई साधारण मीटिंग नहीं है। 31 जनवरी 2024 को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के पहले ही भी ठीक इसी तरह से एक मीटिंग बुलाई गई थी। सभी विधायकों से दस्तखत कराने के बाद चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने पर मुहर लगी थी। आज होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर भी रांची पहुंच रहे हैं। झारखंड सरकार में शामिल सभी मंत्रियों को हर हाल में शामिल होने का निर्देश दिया गया है।
गठबंधन के विधायकों की बैठक दिन के 11 बजे से कांके रोड स्थित सीएम आवास में बुलायी गयी है। इसमें झामुमो, कांग्रेस, राजद व माले विधायक को आमंत्रित किया गया है। बैठक के बाबत पार्टी के महासचिव विनोद पांडेय ने बताया कि गठबंधन विधायकों की बैठक बुलायी गयी है। इसमें वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की जायेगी। विधानसभा चुनाव पर भी रायशुमारी होगी। सरकार के कामकाज में क्या हुआ और आगे क्या करना है इस पर चर्चा होगी। विधायक दल की बैठक में झामुमो, कांग्रेस, राजद और माले के विधायकों से हस्ताक्षर लिए जा सकते हैं। इसके बाद परिस्थितियों को देखते हुए गठबंधन आगे बढ़ेगा। सूचना है कि इस बैठक में इंडिया गठबंधन कोई बड़ा निर्णय ले सकता है।