रांची
लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर नाराज रामटहल चौधरी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। चौधरी ने इस्तीफा देते हुए कहा कि जनता ने मुझ पर चुनाव लड़ने के लिए दबाव बनाया था। इसलिए मैं कांग्रेस में गया था। कांग्रेस में शामिल होने के बाद मैंने झारखंड प्रभारी ग़ुलाम अहमद मीर से मुलाकात की। मीर ने कहा कि पिछले 2-3 महीने से आपका फीडबैक मिल रहा है। पार्टी की ओऱ से मुझे आश्वासन भी दिया गया। लेकिन पार्टी ने अंतिम समय में धोखा दिया। इसलिए आज मैं कांग्रेस से त्याग पत्र दे रहा हूं। गौरतलब है कि कांग्रेस की ओऱ से रांची लोकसभा का टिकट सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्वनी सहाय को दिया गया है। चौधरी रांची से ही चुनाव लड़ना चाहते थे।
इंडिया गठबंधन और एनडीए पर लगाये ये आरोप
रामटहल चौधरी ने कहा कि इंडिया गठबंधन और एनडीए में शामिल सभी दलों ने यहां के लोगों को धोखा दिया है। रामटहल ने कहा कि जनता में इस बात को लेकर नाराजगी अपने चरम पर है। कहा, मेरा अनुमान है कि इस बार बार बहुत लोग नोटा में वोट करेंगे। चुनाव लड़ने की बाबत पर पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि फिलहाल उन्होंने चुनाव लड़ने पर विचार नहीं किया है। बता दें कि दो दिन पहले 25 अप्रैल को द फॉलोअप से बातचीत के दौरान राम टहल चौधरी ने कहा था कि वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
कहा, पार्टी का झंडा ढोने तो नहीं जाऊंगा
रामटहल चौधरी ने आगे कहा, मेरे अनुभव को देखकर लग रहा था यह जगजाहिर था कि मुझे टिकट मिलेगा। मुझे विश्वास था कि मुझे ज्वाइन करवाया गया है तो टिकट मिलेगा ही। मैं शुरू से कहा रहा था कि इस उम्र में पार्टी का झंडा ढोने तो नहीं जाऊंगा। टिकट नहीं मिलने से मुझसे ज्यादा मेरे समर्थक नाराज है। मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता था लेकिन समर्थकों के कहने पर मैंने कांग्रेस ज्वाइन किया।
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