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Ranchi : वित्त मंत्री को पीड़ा बताते हुए रोने लगीं 74 वर्षीय शनिचरी उरांव, कहा- गरीबों की कोई नहीं सुनता

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रांची: 

झारखंड कांग्रेस के नए प्रभारी अविनाश पांडेय के निर्देशानुसार राज्य सरकार में कांग्रेस कोटे के मंत्री जनता दरबार लगाकर जनसुनवाई करते हैं। इसी सिलसिले में कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में उस समय मंत्री के लिए असहज करने वाली स्थिति पैदा हो गई जब एक 74 वर्षीय आदिवासी महिला फफक कर रो पड़ी। महिला का नाम शनिचरी उरांव है। 

शनिचरी उरांव फफककर रोने लगीं
गौरतलब है कि वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में जारी जनसुनवाई कार्यक्रम में आदिवासी महिला शनिचरी उरांव अपनी परेशानी बताते हुए फफक-फफककर रोने लगीं। महिला का कहना था कि उसे वृद्धा और विधवा पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। उसने खूब कोशिश की। सरकारी कार्यालयों का सैकड़ों चक्कर लगाया लेकिन सुनवाई नहीं हुई। शनिचरी उरांव ने वित्त मंत्री को बताया कि वो अधिकारियों से गुहार-गुहार लगाकर थक चुकी हैं लेकिन पेंशन नहीं मिल रही। 

वित्त मंत्री ने त्वरित निदान का दिया निर्देश
वृद्धा और विधवा पेंशन की मांग को लेकर वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव से मिलने पहुंची महिला शनिचरी उरांव अपनी परेशानी बताते-बताते रो पड़ीं। महिला की समस्या और पीड़ा सुनकर वित्त मंत्री ने तुरंत संबंधित अधिकारी को फोन मिलाया और समस्या का त्वरित निदान करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में किशोरगंज की भोनू उरांव ने भी अपनी पीड़ा बताई। कहा कि कोई गरीबों की नहीं सुनता। भोनू उरांव भी वृद्धा पेंशन नहीं मिलने की शिकायत लेकर वित्त मंत्री के पास पहुंची थीं। 

इन समस्याओं को लेकर पहुंचे थे लोग
इधर जनसुवाई के दौरान वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि सरकार जनहित से जुड़ी योजना बना रही है। योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने का जिम्मा अधिकारियों के पास है। ये अच्छी बात नहीं है कि अधिकारी अपना काम ठीक से नहीं कर रहे। लोगों को परेशानी होती है। गौरतलब है कि जनसुनवाई में अधिकांश लोग वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, नौकरी, रोजगार, सड़क, बिजली, पानी और इन जैसी अन्य मूलभूत समस्याओं को लेकर पहुंचे थे।