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फर्जीवाड़ा : 28 साल के युवाओं को वृद्धा पेंशन का बनाया गया आवेदक, जांच के लिए बनाई गई कमिटी

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धनबादः
सरकार द्वारा कोई भी योजना चलाई जा रही हो उसमें कुछ ना कुछ गड़बड़ घोटाला होना निश्चित है। वृद्धा पेंशन योजना 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले लोगों के लिए है, लेकिन बिचौलियों ने तीन-तीन हजार रुपये लेकर इस योजना में भी फर्जीवाड़ा कर दिया। 28 से 40 साल के युवाओं को इसका लाभुक बना दिया। मामला धनबाद के गोविंदपुर प्रखंड का है।  गड़बड़ी की सूचना पर कमेटी बनायी गयी है। सभी आवेदनों को रोका गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही राशि खाते में भेजी जायेगी। अयोग्य लाभुक का नाम सूची से हटाया जायेगा। सभी 39 पंचायतों की जांच करायी जायेगी। 

 

दर्जनों मामले सामने आये
इस योजना के तहत लाभुक को हर महीने एक हजार रुपये दिये जाते हैं। प्रखंड की तिलैया पंचायत में मामला प्रकाश में आया है, लेकिन लोगों का कहना है कि यह कहानी लगभग हर पंचायत की। फिलहाल पेंशन किसी को मिला नहीं है। जानकार लोगों का कहना है कि तिलैया पंचायत में ही 100 से अधिक लोगों ने फर्जी आवेदन किया है। एक 28 वर्ष के युवक को 63 वर्ष का वृद्ध बना कर फॉर्म भरा गया।  ऐसे एक नहीं, दर्जनों मामले सामने आये हैं। पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को उम्र प्रमाण पत्र देना होता है। जिसके पास शैक्षणिक प्रमाण पत्र नहीं है, वह आधार कार्ड प्रमाण के रुप में दे सकता है। 

इन लोगों ने किया फर्जीवाड़ा
कार्तिक कुमार साव, पिता रामेश्वर महतो, गांव गोरगा, पंचायत तिलैया। इसकी उम्र 64 वर्ष दिखा कर पेंशन के लिए आवेदन किया गया है। इसकी स्वीकृति आदेश संख्या जेएचएस 02489137 है। कार्तिक ने स्वीकार किया है कि उसकी उम्र अभी 34-35 वर्ष है। कार्तिक ने बताया कि उसने एक बिचौलिये को रुपये दिये थे। साथ में आधार कार्ड भी दिया था।
 दूसरा केस है बाबूलाल महतो, पिता रेवा महतो, गांव गोरगा, पंचायत तिलैया. गांव के लोगों के अनुसार, बाबूलाल की उम्र लगभग 28-29 वर्ष है, लेकिन पेंशन स्वीकृति के लिए आधार कार्ड में इसकी उम्र 63 साल दर्शायी गयी है. पेंशन स्वीकृत भी हो गयी है. स्वीकृति आदेश संख्या जेएचएस 02464222 है।