रांची
सेल बोकारो विस्थापित अप्रेंटिस संघ के प्रतिनिधिमंडल ने आज पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो से मुलाकात कर, नियोजन की मांग को लेकर हाल में हुए आंदोलन और उस दौरान हुई घटनाओं की जानकारी दी। प्रतिनिधियों ने बताया कि बीते सप्ताह बोकारो स्टील प्लांट मुख्यालय में हजारों विस्थापित अप्रेंटिस युवा रोजगार की वर्षों पुरानी मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे। 3 अप्रैल को इसी सिलसिले में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर सीआईएसएफ द्वारा लाठीचार्ज किया गया, जिसमें 26 वर्षीय प्रेम महतो की मृत्यु हो गई, जबकि कई लोग—including महिलाएं—घायल हुए।
बताया गया कि जिन युवाओं ने यह आंदोलन किया, वे उन्हीं परिवारों से हैं जिनकी जमीन 1962 में प्लांट निर्माण के लिए अधिग्रहित की गई थी। पहले इन विस्थापितों को चतुर्थ श्रेणी की नौकरियां सीधे दी जाती थीं, लेकिन नीति में बदलाव के बाद यह व्यवस्था खत्म हो गई। लगभग चार वर्ष पूर्व बीएसएल ने करीब 3,000 विस्थापितों को अप्रेंटिसशिप दी थी, जिनमें से कुछ को ही स्थायी रोजगार मिला। प्रतिनिधियों ने सुदेश महतो से आंदोलन के दौरान दर्ज हुए कथित फर्जी मुकदमों को वापस लेने और युवाओं को शीघ्र न्याय दिलाने की मांग की। इस पर सुदेश महतो ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में बेहतर झारखंड के संस्थापक मयूर शेखर झा, अप्रेंटिस संघ धनबाद के महामंत्री सूरज कुमार समेत कई लोग मौजूद थे।