अरवल/कुर्था
कहते हैं, "मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके कदमों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।" इसी कहावत को सच कर दिखाया है अरवल जिले के कुर्था प्रखंड के मानिकपुर बाजार निवासी रजनीश कुमार ने। उन्होंने राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद, बिहार द्वारा आयोजित मैथ ओलंपियाड में राज्य में तीसरा स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है। रजनीश आदर्श मध्य विद्यालय, मानिकपुर में कक्षा अष्टम के छात्र हैं। उनके पिता रामबालक कुमार मानिकपुर बाजार में एक छोटी किराना दुकान चलाते हैं, जबकि उनकी माता सिलाई-कढ़ाई कर परिवार का भरण-पोषण करती हैं। आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद रजनीश ने अपनी मेहनत और लगन से यह सफलता हासिल की।
विद्यालय और शिक्षकों की प्रतिक्रिया
विद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश कुमार ने कहा, "रजनीश पढ़ाई के प्रति बेहद गंभीर और जिज्ञासु छात्र हैं। वे अपने शिक्षकों से लगातार पढ़ाई से संबंधित चर्चा करते रहते थे। उनकी मेहनत का परिणाम है कि उन्होंने विद्यालय, प्रखंड और जिले का नाम रोशन किया है। यह हमारे विद्यालय के लिए गर्व का क्षण है।"
परिवार की खुशी और सम्मान
रजनीश के पिता रामबालक कुमार ने गर्व से कहा, "मेरा बेटा बचपन से ही पढ़ाई के प्रति समर्पित था। कठिन परिस्थितियों के बावजूद उसने मेहनत की और आज हमें उस पर गर्व है।" रजनीश की इस उपलब्धि के लिए शिक्षा विभाग ने उन्हें प्रशस्ति पत्र और शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया। वहीं, अरवल जिला शिक्षा पदाधिकारी दीपक कुमार और नोडल स्क्वाड शिक्षक पंचम लाल ने भी उन्हें सम्मानित किया। मानिकपुर गांव में इस सफलता को लेकर हर्ष का माहौल है। ग्रामीणों ने कहा, "आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद रजनीश ने कड़ी मेहनत की और अंततः उसकी मेहनत रंग लाई। यह हम सबके लिए गर्व का क्षण है।" रजनीश की इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि संकल्प और परिश्रम से कोई भी मंजिल हासिल की जा सकती है।