द फॉलोअप डेस्क
चीन को सीधे तौर पर चुनौती देनेवाले युद्धपोत INS Imphal को भारतीय नौसेना के नेवी बेड़े में शामिल कर लिया गया है। फिलहाल इसे मुंबई के नौसेना डाकयार्ड में रखा गया है। जल्दी ही इस युद्धपोत को हिंद महासागर में तैनात किया जायेगा। इसके लिए कुछ तकनीकी तैयारियां पूरी की जा रही हैं। हिंद महासागर से ये सीधे चीनी गतिविधियों पर नजर ऱख सकेगा। माना जा रहा है कि चीन की किसी भी सैन्य कार्रवाई का जवाब देने के लिए INS Imphal सक्षम होगा। INS Imphal इंफाल के नौसेना बेड़े में शामिल होने से भारत की सैन्य क्षमता में कई गुना इजाफा हुआ है।
उत्तर पूर्व को पहली बार मिला प्रतिनिधित्व
बता दें कि INS Imphal भारत का ऐसा पहला युद्धपोत है, जिसका नाम इंफाल से जोड़कर रखा गया है। इससे पहले नार्थ ईस्ट को इतनी तरजीह नहीं मिली थी। सेना के अधिकारियों के अनुसार यह विध्वंसक युद्धपोत है। युद्धपोत की सबसे बड़ी ताकत है कि यह परमाणु और बॉयो वैपन के बीच की लड़ाई में भी दुश्मनों के दांत खट्टे करने में सक्षम होगा। इसमें मारक क्षमता बढ़ाने के लिए सतह से सतह तक मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल को फिट किया गया है।
आधुनिक मिसाइल से लैस है INS Imphal
इस विध्वंसक युद्धपोत को मध्यम दूरी की हवा से हवा में मार गिराने वाले आधुनिक मिसाइलों से भी जोड़ा गया है। ये मिसाइल इसकी ताकत को कई गुना बढ़ा देते हैं। युद्धपोत पर पहली बार सबमरीन पनडुब्बी रोधी स्वदेशी रॉकेट लांचर तैनात किया गया है। सटीक निशाने के लिए सुपर रैपिड गन का इस्तेमाल किया गया है। इससे जोडा गया ब्रह्मोस मिसाइल 90 डिग्री घूमकर दुश्मन के ठिकाने या पोत को निशाना बनाने में सक्षम होगा। ये सबकुछ मिनटों में होगा, क्योंकि इसमें सेंसर डिवाइस इस्तेमाल किये गये हैं।