द फॉलोअप डेस्क
Apple ने अपने कुपर्टिनो स्थित मुख्यालय से 185 कर्मचारियों को निकालने का निर्णय लिया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने कंपनी के वेतन बढ़ाने के कार्यक्रम के तहत धोखाधड़ी की है। इन कर्मचारियों ने Apple के मैचिंग ग्रांट्स प्रोग्राम का दुरुपयोग किया, जिसके तहत कंपनी अपने कर्मचारियों द्वारा दान की गई राशि को दोगुना कर देती है। कंपनी का आरोप है कि इन कर्मचारियों ने कुछ गैर-लाभकारी संगठनों के साथ मिलकर गलत तरीके से दान दिखाकर इस प्रोग्राम का लाभ उठाया है। इस कारण इन कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही है।
भारतीय कर्मचारी भी हैं शामिल
NBC की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में 6 कर्मचारियों के खिलाफ बे एरिया में वारंट जारी किए गए हैं। इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने ग्रांट्स प्रोग्राम का गलत इस्तेमाल किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, Apple द्वारा निकाले गए कर्मचारियों में कई भारतीय भी शामिल हैं। इन भारतीय कर्मचारियों ने कथित तौर पर अमेरिका में तेलुगु चैरिटी संगठनों का गलत इस्तेमाल कर धोखाधड़ी की थी। क्या है धोखाधड़ी का मामला
मामले के संबंध में सांता क्लारा काउंटी के जिला अटॉर्नी कार्यालय के अनुसार, आरोपियों ने Apple को लगभग 152,000 डॉलर की धोखाधड़ी की। इन कर्मचारियों ने दो संगठनों – अमेरिकन चीनी इंटरनेशनल कल्चरल एक्सचेंज (ACICE) और Hop4Kids – को दान देने का झूठा दावा किया। इस धोखाधड़ी की मुख्य भूमिका में क्वान नामक व्यक्ति था, जो Hop4Kids का सीईओ और ACICE का अकाउंटेंट था।
यह धोखाधड़ी इतने बड़े पैमाने पर की गई है कि कैलिफोर्निया राज्य को भी झांसा दिया गया। हालांकि, अभी तक Apple ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है और इस मामले की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई है।