द फॉलोअप डेस्क
बिहार की नीतीश सरकार ने गर्भवती महिलाओं को होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ जांच की विशेष योजना बनाई है। इस योजना के अंतर्गत अब गर्भवती महिलाओं की एचआईवी-सिफलिस जांच की तैयारी की जा रही है। एचआईवी-सिफलिस की जांच हर अस्पताल में होना अनिवार्य है। बिहार के हर जिलों में ये कार्य निर्बाध गति से चले इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने हर जिले को 10 लाख से अधिक डयूल एचआईवी-सिफलिस रैपिड डायग्नोस्टिक किट देने का फैसला लिया है।
3 करोड़ के बजट को मिली मंजूरी
बिहार सरकार के द्वारा इस योजना के लिए करीब 3.3 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है। ये योजना गर्भवती महिलाओं को होने वाली बीमारी से बचाव के लिए चलाई जा रही है। राज्य स्वास्थ्य समिति के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत इस किट को खरीदने के लिए बजट को पारित किया गया है। एक किट की कीमत करीब 16.50 रुपए है। हर जिले को वहां मौजूद गर्भवती महिलाओं की संख्या के हिसाब से फिलहाल एक तिहाई किट दिए जाएंगे। इसके बाद जैसे-जैसे इसकी खरीदारी बढ़ेगी तो जिलों में नए सिरे से किट की आपूर्ति की जाएगी।
बिहार सरकार के रिकार्ड के मुताबिक, पूरे प्रदेश में गर्भवती महिलाओं कि संख्या करीब 35.15 लाख है। जिसके हिसाब से 10.90 लाख किट अभी हर जिले मे भेजे जा रहे हैं। राज्य स्वास्थ्य समिति के अनुसार पटना जिले को 50 हजार किट उपलब्ध कराई जा रही हैं।