द फॉलोअप डेस्क
बिहार में स्कूली बच्चों के माध्यम से शिक्षक द्वारा एक पार्टी को वोट देने का दबाव दिया जा रहा था। बीजेपी को वोट नहीं देने की नसीहत देने वाला टीचर पर चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है। शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षक पर चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। मनियारी थानेदार उमाकांत सिंह ने शिक्षक की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
बीजेपी के कमल छाप पर वोट नहीं करे
मामला मुज़फ्फरपुर जिले के कुढ़नी प्रखंड का है, जहां अमरख मध्य विद्यालय के शिक्षक हरेंद्र रजक पर स्कूली छात्र छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाये हैं। बच्चों का कहना है कि उसके विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक हरेंद्र रजक ने यह कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच किलो सड़ा-गला अनाज देते हैं। उनके द्वारा दिया गया यह 5 किलो राशन भीख जैसा लगता है। इसलिए अपने-अपने माता-पिता को जाकर कहना और यह समझाना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कमल छाप पर वोट न दें। छुट्टी होने पर जब बच्चे घर गए तो शिक्षक हरेन्द्र रजक की बातों की चर्चा अपने परिजनों से की। यह बात सुनते ही सभी लोग भड़क गये और अगले ही दिन विद्यालय पर पहुंचकर शिक्षक का विरोध करने लगे। अब लोग उस शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
बच्चों के परिजनों से जतायी आपत्ति
जब बच्चों ने शिक्षक के इस आदेश को अपने माता-पिता को बताया तो यह बात सुनकर वे भी हैरान रह गये। पूरे गांव में यह बात आग की तरह फैल गयी। बच्चों के माता-पिता और ग्रामीण स्कूल पहुंच गये और उक्त टीचर का विरोध करने लगे। स्कूल के शिक्षक पर छोटे-छोटे नाबालिग बच्चों को गुमराह करने का आरोप लगाने लगे। उन्होंने हरेंद्र रजक पर राजनीतिक पार्टी विरोधी मानसिकता पैदा करने की बात कही। हरेंद्र रजक समेत कई शिक्षक अभी छह बजे से स्कूल के परिचालन का भी लगतार विरोध कर रहे हैं।