द फॉलोअप डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आने के साथ ही राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी (RLJP) के बीच मुलाकातों का सिलसिला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। हाल ही में RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मकर संक्रांति के मौके पर RLJP प्रमुख पशुपति पारस से मुलाकात की थी, जिससे राजनीतिक अटकलों का बाजार गर्म हो गया था। पशुपति पारस कर सकते हैं बड़ा ऐलान
अब रविवार को एक और महत्वपूर्ण मुलाकात हुई, जब पशुपति पारस पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे। इस मुलाकात में लालू प्रसाद यादव और पशुपति पारस के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। इस मुलाकात में RLJP के बिहार प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज भी मौजूद थे। इसके बाद से इनकी मुलाकात को लेकर नए कयास लगाए जा रहे हैं। जानकारी हो कि यह चर्चा तेज हो गई है कि जल्द ही पशुपति पारस बड़ा राजनीतिक ऐलान कर सकते हैं।
गठबंधन को मिल सकता है फायदा
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि RLJP अगर महागठबंधन का हिस्सा बनती है। तो यह बिहार की कुछ प्रमुख विधानसभा सीटों पर अपनी उम्मीदवार उतार सकती है। इनमें जमुई, हाजीपुर, बेगूसराय, वैशाली, मुंगर और खगड़िया जैसी सीटें शामिल हैं। इसके परिणामस्वरूप अगड़ी और दलित वोटों में बिखराव हो सकता है, जिसका फायदा महागठबंधन को मिल सकता है।
NDA का हिस्सा रह चुकी है RLJP
बता दें कि पशुपति पारस मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। उनकी पार्टी पहले भी NDA का हिस्सा रह चुकी है, लेकिन समय-समय पर उनकी नाराजगी सामने आई है। ऐसे में RJD खासकर लालू यादव, पशुपति पारस को अपने खेमे में लाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि भूमिहार और दलित वोट बैंक को साधा जा सके। यही कारण है कि लालू और पशुपति पारस की मुलाकातों से अंदाजा लगाया जा रहा है कि बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।