द फॉलोअप डेस्कः
पटना में अगस्त महीने में खगौल थाना क्षेत्र में एम्स हॉस्पिटल के चीफ सेक्रेटरी इंचार्ज प्रेमनाथ राय पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें उनके द्वारा दानापुर के विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव पर साजिश रचने का आरोप लगाया था। वहीं पुलिस ने जांच में पिंकू यादव की संलिप्तता पायी थी। इसके बाद पुलिस के द्वारा कई बार पिंकू यादव को गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया, लेकिन पिंकू यादव पुलिस के हाथ नहीं आया। इसी कड़ी में फिर एक बार पटना एम्स के सिक्योरिटी ऑफिसर पर जानलेवा हमला मामले में पुलिस ने राजद विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव के घर छापेमारी की है।
छापेमारी के दौरान लगभग 11 लाख रुपए कैश, नोट गिनने वाली मशीन, कई पुराने स्टांप पेपर और जमीन के कागजात के साथ तीन बंदूक बरामद किए गए हैं। पिंकू यादव पर आरोप है जिसमें साफ तरीके से जिक्र किया गया है कि 22 अगस्त 2024 को पटना के एम्स के सिक्योरिटी इंचार्ज पर जानलेवा हमला कराया गया था। उनके चार पहिया वाहन पर फायरिंग कराई गई थी, जिसमें मुख्य आरोपी पिंकू यादव है। इस घटना के बाद से वह फरार है। इससे पहले भी पुलिस के द्वारा 13 नवंबर को पिंकू यादव के घर पर उसे आत्मसमर्पण करने के लिए नोटिस चस्पा किया गया था। लेकिन उसने अब तक समर्पण नहीं किया। जिसके बाद दानापुर एएसपी भानु प्रताप सिंह दलबल के साथ बुधवार की देर रात पिंकू यादव की तलाश करने पहुंचे, लेकिन वह मौजूद नहीं था। इस तलाशी के क्रम में यह सभी सामान बरामद किए गए हैं।
क्या है मामला?
बताया जा रहा है कि सिक्योरिटी इंचार्ज पर नौकरी का दबाव बनाने के लिए फोन किया गया था। जिसमें पिंकू यादव के अनुसार नौकरी पर रखने की बात कही गई थी। लगभग 35 लोगों से 60-60 हजार भी वसूले गए थे। ASP दानापुर 2 भानु प्रताप सिंह ने बताया कि खगौल थाना में 284/ 24 मामले की जांच की जा रही है। जिसमें कोर्ट के आदेश पर वारंट जारी हुआ था।