द फॉलोअप डेस्क
बिहार में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट का विस्तार करने का निर्णय लिया है, जो बुधवार को राजभवन में होगा। नए कैबिनेट में भाजपा कोटे से पांच विधायक मंत्री बन सकते हैं। राजभवन की ओर से विधायकों को शपथ लेने के लिए सूचना भेजी जा रही है। शपथ ग्रहण समारोह बुधवार शाम 4 बजे होगा। इस विस्तार को लेकर राजनीतिक हलकों में कई अटकलें लगाई जा रही हैं, क्योंकि यह विस्तार आगामी चुनाव के मद्देनजर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
कैबिनेट विस्तार के दौरान जातीय समीकरण को संतुलित करने का भी प्रयास किया जाएगा। इस विस्तार में भाजपा के नेताओं के साथ-साथ नए चेहरे भी शामिल किए जा सकते हैं। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार दौरे के दौरान पार्टी नेताओं के साथ मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की थी। उन्होंने मंगलवार को राजकीय अतिथिशाला में पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर विस्तार के संभावित नामों पर विचार किया।
भा.ज.पा. के 30 सदस्यीय मंत्रिमंडल में पहले 15 मंत्री थे, जिनमें दो उपमुख्यमंत्री शामिल थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। इसके बाद भाजपा से पांच नए मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। चर्चा के अनुसार, नवल किशोर यादव, जीवेश कुमार और शर्मा में से किसी एक को मंत्री पद दिया जा सकता है। वहीं, एक महिला को भी कैबिनेट में स्थान मिल सकता है, जिनमें कविता देवी का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है।
इसके अलावा, पार्टी नेताओं ने यह भी तय किया कि चुनावी वर्ष में भाजपा कोटे के सभी मंत्रियों को जिलों में जाकर सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन का जमीनी स्तर पर मूल्यांकन करना होगा। मंत्रियों को जिलों में प्रवास कर सरकार की योजनाओं का फीडबैक लेने और उनकी समीक्षा करने को कहा गया है। नीतीश कुमार के इस कैबिनेट विस्तार से राज्य की राजनीति में नई हलचल हो सकती है, और आगामी चुनाव के दृष्टिकोण से यह बहुत महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।