द फॉलोअप डेस्कः
राजद नेता तेजस्वी यादव ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने शनिवार को कहा कि मोदी सरकार योजनाबद्ध तरीके से आरक्षण को समाप्त कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार बाबा साहेब के लिखे संविधान और आरक्षण के साथ कैसा घिनौना मजाक और खिलवाड़ कर रही है, यूपीएसएसी का एक विज्ञापन उसकी एक छोटी सी बानगी है। यूपीएएससी ने लैटरल एंट्री के ज़रिए सीधे पैंतालीस संयुक्त सचिव, उप-सचिव और निदेशक स्तर की नौकरियां निकाली है लेकिन इनमें आरक्षण का प्रावधान नहीं है।
अगर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से पैंतालीस आइएएस की नियुक्ति करती तो उसे एससी-एसटी और ओबीसी को आरक्षण देना पड़ता यानि पैंतालीस में से 22-23 अभ्यर्थी दलित, पिछड़ा और आदिवासी वर्गों से चयनित होते। ऐसे में मोदी सरकार बहुत ही व्यवस्थित, पद्धतिबद्ध, योजनाबद्ध और शातिराना तरीके से आरक्षण को समाप्त कर रही है। बीते चुनाव में प्रधानमंत्री समेत बिहार में उनकी पिछलग्गू पार्टियां और उनके नेता छाती पीट-पीटकर दावा करते थे कि आरक्षण को समाप्त कर कोई उनका हक-अधिकार नहीं खा सकता लेकिन उनकी आंखों के सामने, उनके समर्थन व सहयोग के बल पर वंचित, उपेक्षित और गरीब वर्गों के अधिकारों पर डाका डाला जा रहा है तथा कथित स्वयंभू ओबीसी पीएमसमेत उनके साथ यूपी-बिहार-झारखंड के एससी-एसटी और ओबीसी नेता दुर्भाग्यपूर्ण रूप से ताली पीट ठहाके लगा रहे है।
देश की नब्बे फ़ीसदी आबादी का हक़ खाने वालों को जनता माफ़ नहीं करेगी। जागो “दलित-पिछड़ा-आदिवासी और गरीब सामान्य वर्ग” जागो! हिंदू के नाम पर ये आपका हक़ खा रहे है तथा आपके अधिकारों की बंदरबांट कर रहे है।