द फॉलोअप डेस्क
बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने आज सोमवार को राज्य का वार्षिक बजट पेश किया, जो कुल 3.17 लाख करोड़ रुपये का है। इस बजट में शिक्षा को सबसे बड़ी प्राथमिकता दी गई है। वित्त मंत्री ने बजट में 60,964 करोड़ रुपये को शिक्षा क्षेत्र के लिए आवंटित करने की घोषणा की। यह साबित करता है कि राज्य सरकार शिक्षा के महत्व को समझते हुए इस दिशा में सुधार की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में क्या कहा
बता दें कि वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने अपने बजट भाषण में बताया कि राज्य के 534 प्रखंडों में से 398 में अब तक डिग्री कॉलेज नहीं हैं। लेकिन अब चरणबद्ध तरीके से इन प्रखंडों में डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने यह भी घोषणा की कि अति पिछड़े वर्ग के प्री-मैट्रिक छात्रवृत्तियों को दोगुना किया जाएगा। वहीं, मुख्यमंत्री SC-ST छात्रावास अनुदान योजना को भी दोगुना कर 2000 रुपये कर दिया जाएगा।इन पर है फोकस
जानकारी हो कि पिछले साल 2024-25 में बिहार सरकार ने 2 लाख 78 हजार 425 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जिसमें शिक्षा क्षेत्र के लिए 52,639.03 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि शिक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधार होंगे, जिनमें स्कूलों के बुनियादी ढांचे, शिक्षकों की भर्ती और डिजिटल शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाएगा।
नीतीश सरकार पहले ही शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू कर चुकी है, जैसे मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना और विद्यालयों के आधुनिकीकरण जैसी योजनाएं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बजट में राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में और किन नई दिशा में सुधार करने की योजना बना रही है।