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पटना : चुनावी राजनीति में कूदेंगे प्रशांत किशोर, बिहार से करेंगे आगाज

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पटना: 

अब तक चुनावी रणनीतिकार और मुख्य सलाहकार की भूमिका निभा चुके प्रशांत किशोर यानी पीके अब चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वे अपनी जन्मभूमि बिहार से रानीतिक करियर की नई शुरुआत करेंगे। मूलरूप से बिहार के रहने वाले पीके बीजेपी , कांग्रेस, जदयू  और टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार रह चुके हैं। इसके साथ वे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्य सलाहकार भी रहे हैं। 

चुनावी राजनीति में कूदेंगे पीके
सोमवार को प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा कि अब वक़्त आ गया है असली मालिक के पास वापस जाने का और इसकी शुरुआत होगी बिहार से। सूत्रों के मुताबिक पीके की पार्टी पूरी तरह आधुनिक और डिजिटल होगी। जनसम्पर्क के लिए उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया जायेगा। पार्टी का नाम अभी तय नहीं किया गया है। लेकिन ,सूत्र बताते है कि पार्टी जल्द लांच होगी। जानकारी के मुताबिक़ पीके ने राज्य का दौरा करने की योजना बनाई है। इस दौरान वे बीजेपी और जदयू से दूर ही रहेंगे।

कैसी रही है पीके की पृष्टभूमि 
2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद प्रशांत किशोर पहली बार चर्चा में आए। उस वक़्त वे बीजेपी के चुनावी रणनीतिकार थे। तब से उन्हें चुनावी रणनीतिकार के बेहतर विकल्प के रूप में जाना जाने लगा। प्रशांत किशोर का जन्म 1977 में बिहार के बक्सर जिले में हुआ। उनकी मां यूपी के बलिया जिले से आती हैं वहीं पिता बिहार सरकार में डॉक्टर हैं। उनकी शादी असम में रहने वाली डॉक्टर जानवी दास से हुई। दोनों का एक बेटा  भी है।

हमेशा राजनीतिक पार्टियों को परदे के पीछे से सपोर्ट देने वाले पीके की राजनीति में प्रत्यक्ष तौर पर भूमिका कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर देखने के अनुमान लगाए जा रहे थे। जिसे पीके ने साफ़ नकार दिया।