द फॉलोअप डेस्क
मशहूर लोक गायिका और अपने छठ गीतों के लिए प्रसिद्ध शारदा सिन्हा ने मंगलवार रात दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। इस दुखद खबर की जानकारी उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने दी। वहीं, बुधवार सुबह शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) एयरपोर्ट पर पहुंचा। यहां से उन्हें पटना ला जा रहा है, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
नीतीश कुमार ने की बड़ी घोषणा
वहीं, इसी बीच सीएम नीतीश कुमार ने एक घोषणा की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
#बिहार :: महान लोक गायिका #शारदा_सिन्हा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा। मुख्यमंत्री @NitishKumar ने की घोषणा। #ShardaSinha #Bihar pic.twitter.com/j9uGdLkB9I
— आकाशवाणी समाचार, पटना (@airnews_patna) November 6, 2024
बेटे ने क्या कहा
बता दें कि शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पटना के गुलाबी घाट में होगा। उनके बेटे अंशुमान सिन्हा ने इस बारे में जानकारी दी कि मां का अंतिम संस्कार उसी स्थान पर होगा, जहां मेरे पिता का अंतिम संस्कार हुआ था। इसलिए हम उनका पार्थिव शरीर पटना ले जाएंगे।
मां के जाने पर अंशुमान सिन्हा ने कहा कि यह परिवार और उनके चाहने वालों के लिए दुख की घड़ी है, क्योंकि मां ने छठ पूजा के पहले ही दिन अंतिम सांस ली। अपनी मां को याद करते हुए अंशुमन ने कहा कि वह हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी। आस्था के महापर्व छठ के पहले दिन शारदा सिन्हा का दुनिया को अलविदा कहना लोगों के लिए अपूरणीय क्षति है। इस दौरान अंशुमन ने आगे कहा कि यह सभी के लिए सदमे से भरी बात है। मुझे यकीन है कि उनके चाहने वाले भी मेरी तरह दुखी होंगे। उनका मातृत्व उनके गीतों के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व में भी साफ झलकता था। वह छठ पूजा के पहले दिन हमें छोड़कर चली गईं। वह हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी।
ब्लड कैंसर से जूझ रही थीं शारदा सिन्हा
बिहार के पारंपरिक लोक संगीत और अपने प्रतिष्ठित छठ गीतों के लिए प्रसिद्ध शारदा सिन्हा ने अपने जीवन में भोजपुरी, मैथिली और हिंदी लोक संगीत में बहुत योगदान दिया है। वह निजी जीवन में ब्लड कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से जूझ रही थी। इसका नाम मल्टीपल मायलोमा बताया जा रहा है, जिसका निदान 2018 में हुआ था। वहीं, सोमवार को उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था।