द फॉलोअप डेस्क
महिला पहलवान विनेश फोगाट ने शुक्रवार देर शाम खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटा दिया। दरअसल विनेश अपना अवॉर्ड लौटाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दफ्तर के ओर जा रही थी। लेकिन दिल्ली पुलिस के द्वारा उन्हें पहले ही रोक दिया गया। इसके बाद विनेश ने अपने अवॉर्ड को कर्तव्य पथ पर ही जमीन पर रख दिया और हाथ जोड़कर लौट गईं। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने अवॉर्ड को कर्तव्य पथ से उठा लिया।
जब तक इंसाफ नहीं मिलता, ये लड़ाई जारी रहेगी- विनेश
विनेश ने बीते 26 दिसंबर को प्रधानमंत्री के नाम 2 पन्ने की एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें महिला पहलवानों को इंसाफ न मिलने की बात कही थी। अवॉर्ड लौटाने पर विनेश ने कहा- ''मैं इंसाफ के लिए यहां पहुंची हूं। जब तक इंसाफ नहीं मिलता, ये लड़ाई जारी रहेगी।'' इस पूरे वाक्य का विडियो पहलवान बजरंग पुनिया ने शेयर करते हुए लिखा- "यह दिन किसी खिलाड़ी के जीवन में न आए। देश की महिला पहलवान सबसे बुरे दौर से गुजर रही हैं।''
यह दिन किसी खिलाड़ी के जीवन में न आए। देश की महिला पहलवान सबसे बुरे दौर से गुज़र रही हैं। #vineshphogat pic.twitter.com/bT3pQngUuI
— Bajrang Punia ???????? (@BajrangPunia) December 30, 2023
बजरंग पूनिया और गूंगा पहलवान ने लौटाया था पद्मश्री अवॉर्ड
जानकारी हो कि इससे पहले भी बजरंग पूनिया और गूंगा पहलवान ने अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटा दिया था। उस दौरान वह अपने अवॉर्ड को प्रधानमंत्री के घर के बाहर फुटपाथ पर रखकर आ गए थे। इनका अलावा जब WFI की नई कार्यकारिणी में बृजभूषण के करीबी संजय सिंह को चुना गया था तब साक्षी मलिक ने अपने प्रेस कांनफ्रेंस के दौरान संन्यास का ऐलान कर दिया था। ये सभी पहलवान रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पर बृजभूषण और उसके करीबियों के दबदबे का विरोध कर रहे हैं।
संजय सिंह की अध्यक्षता वाली कार्यकारिणी को सरकार ने किया सस्पेंड
सरकार WFI की संजय सिंह की अध्यक्षता वाली कार्यकारिणी को सस्पेंड कर चुकी है।जिसके बाद WFI के संचालन के लिए इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) एडहॉक कमेटी का गठन कर चुकी है। जिसका चेयरमैन भूपेंद्र बाजवा को बनाया गया। उनके साथ एमएम सौम्या और मंजूषा कंवर को सदस्य बनाया गया है।
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