द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के घरेलू क्रिकेट को दो स्टार खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सौरभ तिवारी और पूर्व टेस्ट क्रिकेटर वरुण एरॉन ने जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में राजस्थान को 89 रनों से हराकर झारखंड की झोली में जीत डालकर संन्यास का ऐलान किया। बता दें कि सौरभ तिवारी ने क्रिकेट के सारे फॉर्मेट से और वरुण एरॉन ने डेज क्रिकेट से संन्यास ले लिया । वरुण सीमित ओवर में खेलते रहेंगे।
सौरभ की पत्नी और मां हुई भावुक
सौरभ ने क्रिकेट को अलविदा करने से पहले कीनन स्टेडियम के पिच को चूमा। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस कीनन स्टेडियम में क्रिकेट खेलना शुरू किया था और आज यहीं से संन्यास का ऐलान कर रहा हूं। ऐसा लग रहा है कि इतना जल्दी पल कैसे बीत गया। खिलाड़ियों ने बल्ले की छतरी बनाकर मैदान से पवेलियन तक सौरभ और एरॉन को लाया और फिर केक काटकर दोनों को विदाई दी गई। सौरभ के दोनों बच्चे स्कूल से सीधे कीनन स्टेडियम पहुंचे। उनकी पत्नी, मां-पिताजी भी मौके पर मौजूद थे। सौरभ की पत्नी काफी भावुक हो गईं। जब पिच की तरफ नजर गई, तो उनकी आंखों में आंसू छलक पड़े। सौरभ ने भी कहा कि क्रिकेट छोड़ने की घोषणा सोच-समझकर की है, लेकिन क्रिकेट को छोड़ना बहुत ही मुश्किल है। आज की रात क्या महसूस करूंगा, इसका जिक्र कल ही कर पाऊंगा।
यहां संन्यास लेना भावुक क्षण-वरुण
वहीं वरुण एरॉन ने कहा कि कीनन स्टेडियम से काफी कुछ मिला। यहां संन्यास लेना भावुक क्षण है। 34 साल के एरॉन ने कहा कि काफी चोटें लगीं। अब शरीर रेड बॉल क्रिकेट में तेज गेंदबाजी की मांग को पूरा नहीं कर सकता। बता दें कि वरुण ने 2011 में वानखेड़े स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में भारत के लिए डेब्यू किया था। वरुण नौ टेस्ट मैच खेल चुके हैं। 2014 में ओल्ड ट्रेफर्ड में एक टेस्ट मैच के दौरान ब्रॉड की नाक टूट गई थी। भारत के साथ उनका करियर 2015 में समाप्त हो गया, हालांकि उस दौरान उन्होंने नो टेस्ट (52.61 पर 18 विकेट) और नौ वनडे (38.09 पर 11 विकेट) खेले। अपने 65 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 33.74 की औसत से 168 विकेट लिए।