द फॉलोअप डेस्कः
भारत के दाएं हाथ के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द गाबा में तीसरे टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने संन्यास की घोषणा की। 38 वर्षीय अश्विन के अचानक संन्यास लेने के ऐलान ने भारतीय क्रिकेट फैंस को चौंका दिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ समाप्त हुआ गाबा टेस्ट उनका आखिरी इंटरनेशनल मैच था। वह बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के बाकी बचे हुए 2 टेस्ट मैचों में टीम का हिस्सा नहीं होंगे। रविचंद्रन अश्विन ने तीनों फॉर्मेट मिलाकर 287 मैच खेले और 765 विकेट लिए। अश्विन भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले हैं, जिन्होंने 953 विकेट लिए हैं।
बीसीसीआई ने एक्स पर एक पोस्ट में अश्विन की उनके मैच जीतने वाले प्रदर्शन के लिए सराहना की, जो स्पिन में महारत के शानदार करियर के लिए जाना जाता है। बीसीसीआई ने पोस्ट में लिखा, 'धन्यवाद अश्विन. महारत, जादूगरी, प्रतिभा और इनोवेशन का पर्यायवाची नाम। बेहतरीन स्पिनर और #टीमइंडिया के अमूल्य ऑलराउंडर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। शानदार करियर के लिए बधाई, अश्विन'।
रविचंद्रन अश्विन का अंतरराष्ट्रीय करियर बेहद शानदार रहा है। अश्विन के नाम 537 टेस्ट विकेट, 156 वनडे विकेट और 72 टी20 विकेट दर्ज हैं। अश्विन ने बल्ले से अपना जलवा बिखेरा है, खासतौर पर खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट में उनके नाम 106 मैचों की 151 पारियों में कुल 3503 रन दर्ज है। टेस्ट में अश्विन ने 6 शतक भी जड़े हैं। गेंद और बल्ले से अश्विन के ये शानदार आंकड़े उन्हें एक महान ऑलराउंडर बनाते हैं।