रांची:
प्रधानमंत्री मोदी ने 2021 में राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार के लिए चुने गए विजेताओं से बातचीत की। पीएम ने विजेताओं को सर्टिफिकेट भी दिया। पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करते हुये वर्ष 2021 और 2022 के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित विजेताओं से बातचीत की।
इसलिए मिलता है बाल शक्ति पुरस्कार
गौरतलब है कि शिक्षा, खेल अथवा वीरता, किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले बच्चों को राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। आम तौर पर विजेताओं को गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान राजपथ पर सम्मानित अथवा पुरस्कृत किया जाता है लेकिन कोरोना की वजह से प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुये पीएम ने डिजिटली बच्चों से संवाद किया और डिजिटली ही उनको पुरस्कृत किया। झारखंड की कुमारी सविता को 2021 के लिए राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कुमारी सविता तीरंदाज हैं। कई मेडल जीते हैं।
तीरंदाज सविता कुमारी भी हुईं पुरस्कृत
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुमारी सविता राजधानी रांची अंतर्गत सिल्ली के टोंगटोंग गांव की रहने वाली है। पिछले साल ही सविता का चयन राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार के लिए किया गया था। 25 जनवरी 2021 को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये पीएम ने सविता से बात भी की थी। सविता के पिता गार्ड का काम करते हैं। सविता ने राष्ट्रीय स्तर पर सब जूनियर और जूनियर वर्ग में कई पदक जीते हैं। बांग्लादेश में आयोजित साउथ एशियन आर्चरी चैंपियनशिप में सविता ने स्वर्ण पदक जीता था।
खेलो इंडिया स्कीम के तहत हुआ था चयन
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ते हुए सविता ने पहली बार साल-2014 में तीरंदाजी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। 2018-19 में सविता का चयन खेलो इंडिया स्कीम के तहत हुआ। नई दिल्ली में खेलो इंडिया स्कूल गेम्स आर्चरी चैंपियनशिप में सविता को चौथा रैंक मिला। 2017-18 में सविता ने छत्तीसगढ़ में आयोजित 63वें स्कूल नेशनल आर्चरी चैंपियनशिप में सविता ब्रांच जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं। 2018-19 में आंध प्रदेश में आयोजित मिनी सब जूनियर आर्चरी चैंपियनशिप में सविता ने गोल्ड मेडल जीता। इस उपलब्धि पर सविता के माता-पिता और गांव वाले बहुत खुश हैं।