द फॉलोअप टीम, डेस्क:
एक्सएलआर ने ग्लोबल पीटर ड्रकर चैलेंज अवॉर्ड जीत लिया। गौरतलब है कि बिजनेस स्कूल एक्सएलआर ने एक बार फिर देश को गौरवान्वित किया है। एक्सएलआर के प्रबाथ कुजिकट्ट को ग्लोबल पीटर ड्रकर चैलेंज का विजेता घोषित किया गया। एक्सएलआर के छात्र डॉ. नदीम अहमद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा स्थान हासिल हुआ है।
प्रतियोगिता में 49 देशों ने लिया था भाग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के वियना में आयोजित उक्त प्रतियोगिता में 49 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। पहले स्थान पर रहे प्रबाथ कुटिकोट्ट को बतौर पुरस्कार 1500 यूरो जबकि तीसरे स्थान पर रहने वाले डॉ. नदीम अहमद को 800 यूरो दिया गया। बता दें कि इस प्रतियोगिता में दुनिया के विभिन्न देशों के विद्यार्थियों, मैनेजरों और इंटरप्रेन्योर ने हिस्सा लिया था।
विकसित होती दुनिया में क्या है चुनौती
प्रतियोगिता में दुनिया भर से पहुंचे प्रतिभागियों ने तेजी से विकसित हो रही तकनीक की दुनिया में लोगों के सामने आ रही चुनौतियां का किस प्रकार से सामना किया जाये, इस विषय को निबंध के माध्यम से पेश किया। इन समस्याओं से कैसे निपटा जाये, इसका तरीका भी सुझाया।
पहले और तीसरे स्थान पर कब्जा
प्रतियोगिता के बाद अंतिम रूप से टॉप-3 में एक्सएलआरआइ ने पहले व तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया। एक्लएलआरआइ प्रबंधन में इसे लेकर काफी उत्साह है। पहला स्थान हासिल करने वाले प्रबाध पेशे से मरीन इंजीनियर हैं। इनकमिंग बैच एक्सएलआरआइ प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रतियोगिता के दौरान उन्होंने निबंध के माध्यम से बताया कि किस प्रकार समुद्र में संकट के दौरान क्राइसिस मैनेजमेंट से टकराना पड़ता है।
कितनी चुनौतीपूर्ण होती है जिंदगी
जीवंत उदाहरण के जरिए उन्होंने बताने का प्रयास किया कि मरीन इंजीनियर की जिंदगी किस प्रकार चुनौतीपूर्ण होती है। यदि सह प्रकार से उसका प्रबंधन किया जाये तो समस्याओं का हल आसानी से हो जाता है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में वे अमेजॉन ज्वॉइन करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि एक्सएलआरआइ में सिखाई जाने वाली एथिक्स मैनेजमेंट जीवन की पथरीली राहों को आसान बनाने के काफी कारगर साबित होगी।
डॉ. नदीम ने कोरोना काल में क्या किया
प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहने वाले डॉ. नदीम प्राउड फ्रंटलाइन वर्कर, एमबीबीएस, इनकमिंग बैट एक्सएलआरआइ बीएम (2020-22) पसंद से चिकित्सक, पैशन से कलाकार, आवश्यक्ता से एंटरप्रेन्योर और वेफिजिशियन हैं। प्रतियोगिता के दौरान उन्होंने निबंध के माध्यम से बताया कि किस प्रकार कोरोना काल में उन्होंने 16 डॉक्टरों और 50 से अधिक सहयोगियों की सहायता से कोरोना-कन्सल्ट की शुरुआत की। इसमें उन्होंने कोरोना के मरीजों को ज्यादा से ज्यादा मदद पहुंचाने का फुलप्रूफ इंतजाम किया। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में वार्ड पब्लिक हेल्थ केयर रिव्यू के मैनेजिंग एडिटर के तौर पर ज्वॉइन करने वाले हैं।