द फॉलोअप टीम, रांची:
विधायक प्रदीप यादव के खिलाफ 3 मई 2019 को देवघर महिला थाना में एक महिला ने यौन उत्त्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। यह मामला देवघर कोर्ट में लंबित है। अब मामले में नया मोड़ यह है कि पीड़िता पर केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। महिला ने आरोप लगाया है कि झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने विधायक प्रदीप यादव के खिलाफ दर्ज यौन उत्पीड़न केस को नहीं उठाने पर जान से मारने की धमकी दी है। महिला ने इसकी शिकायत बोकारो एसपी समेत पुलिस के कई वरीय अधिकारियों से की है।
वाट्सप कॉल किया गया था
महिला ने बताया है कि राकेश पांडेय ने बीते 21 जून को व्हाट्सएप कॉल किया था। उसने जान से मारने की धमकी भी दी। देवघर पुलिस ने इस मामले के उजागर होने पर महिला को एक बॉडीगार्ड उपलब्ध कराया था। लेकिन बताया जाता है कि प्रदीप यादव के दबाव के कारण बॉडीगार्ड वापस ले लिया गया। महिला ने बताया है कि राकेश पांडेय बोकारो में हमेशा उसका पीछा करते हैं। महिला ने यह भी कहा कि अगर उसको कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार राकेश पण्डेय ही होगा। महिला ने राकेश पांडेय के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है।महिला ने एसपी से फिर बॉडीगार्ड की मांग की है।
बबुनियाद आरोप
इस मामले में राकेश पांडेय ने कहा कि मेरे ऊपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। यह प्रायोजित षड्यंत्र है। कहा कि मैं अनुशासित विभाग का कर्मी हूं। जांच में जो भी तथ्य सामने आयेगा, वह मुझे स्वीकार है। उन्होंने कहा कि कानून सभी के लिए बराबर है।
जेवीएम महासचिव पद से इस्तीफा
महिला के आरोप के बाद प्रदीप यादव को जेवीएम महासचिव पद से इस्तीफा देना पड़ा था। महिला ने बताया था कि 20 अप्रैल को देवघर के मोहनपुर में महागठबंधन के सम्मेलन में शामिल होने के बाद प्रदीप यादव ने महिला को होटल बुलाया था। जहां उसके साथ यौन शोषण किया गया। मामले में 25 जुलाई 2019 को प्रदीप यादव ने देवघर कोर्ट में सरेंडर किया था।