द फॉलोअप टीम, धनबाद:
मेडिकल कॉलेज अस्पताल से मंगलवार की दोपहर एक नवजात बच्चा चोरी हो गया था। पुलिस ने बुधवार की देर रात बच्चे को बरामद कर लिया है। चोरी हुआ नवजात राजगंज में मिल गया। बच्चा चोरी करने वाली महिला को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। महिला नवनाज को गायनी वार्ड से लेकर भागी थी। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी महिला के साथ दूसरी महिला और बच्ची भी दिखी थी।
पुलिस ने उन्हें भी अपने कब्जे में ले लिया है। तीनों को नवजात के साथ राजगंज में मुक्तेश्वर महतो नामक व्यक्ति के घर में छिपे थे। बच्चे को देर रात अस्पताल ले जाकर उसकी मां के हवाले कर दिया गया।
मोबाइल नंबर से मिली मदद
फुटेज में दिख रही महिलाओं का नाम तेजियो देवी और कजली देवी है। जो महिला बच्चे को बाहर ले जाती दिखी थी, उसने रजिस्ट्रेशन गायनी के ओपीडी में अपना इलाज कराया था। उसने अपना नाम गुड़िया देवी लिखवाया था। जिस प्रसूता का बच्चा चोरी हुआ था उसका नाम भी गुड़िया देवी ही है। आरोपी महिला ने रजिस्ट्रेशन में अपना मोबाइल नंबर भी लिखवाया था। जिससे पुलिस को उसे ढूंढने में मदद मिली।
झूठा निकला नर्स पर लगा इल्जाम
बुधवार को अस्पताल के गायनी वार्ड में बच्चे के परिजन ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने नर्स रत्ना कुमारी पर बच्चा चोरी का आरोप लगाया था। पुलिस रत्ना को थाने भी ले गयी थी। वहां उससे पूछताछ की फिर 2 घंटे बाद उन्हें छोड़ दिया गया। बच्चे की दादी ने कहा कि नर्स रत्ना बार-बार पूछ रही थी कि उनके साथ कोई पुरुष सदस्य है या नहीं। उसने खून लगे हाथ से ही किसी को फोन भी किया था।
एसएसपी के नेतृत्व में बनी थी टीम
नर्स ने कहा कि डिलीवरी के बाद उसने बच्चे को उसकी दादी को सौंप दिया था। दादी ने बच्चा किसे दिया, यह वह नहीं जानती है। एसएसपी संजीव कुमार ने बच्चा चोरी की पड़ताल के लिए एएसपी मनोज स्वर्गियारी के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई थी।