पटना:
बिहार की सियासत में एक बार फिर अटकलों का दौर तेज होता जा रहा है। निर्वाचन आयोग की ओर गुरुवार को राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा कर दी गई है। आयोग ने कहा है कि 18 जुलाई को चुनाव और 21 जुलाई को मतगणना होगी। जिसके बाद बिहार की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है। बिहार में इस वक्त सबके जहन में बस एक ही सवाल है कि भारत का अगला राष्ट्रपति कौन होगा!
बिहार को मौका मिलता है तो प्रसन्नता होगी
इन सारी गहमा-गहमी के बीच जेडीयू नेता श्रवण कुमार का बड़ा बयान सामने आया है । जब श्रवण कुमार से पूछा गया कि क्या आप लोग चाहते हैं कि बिहार से भी कोई राष्ट्रपति बने, तो उन्होंने कहा कि देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू बने थे और अगर राजेंद्र बाबू के बाद बिहार को मौका मिलता है, तो बहुत अच्छी बात होगी, बहुत प्रसन्नता होगी। इससे ज्यादा खुशी की बात हमलोगों के लिए और क्या हो सकती है कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर किसी बिहार के शख्स को मौका मिले।
नीतीश कुमार में राष्ट्रपति बनने की सारी काबिलियत
जब उनसे पूछा गया कि नीतीश कुमार भी राष्ट्रपति पद के अच्छे उम्मीदवार हो सकते हैं तो उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने, राष्ट्रपति बनने की सारी काबिलियत है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का जो विजन है, जो सोच है वह देश के सर्वोच्च पद के अनुरूप है। अगर उनको मौका दिया जाएगा तो इन सभी पदों को वे ठीक से चला सकते हैं, सम्भाल सकते हैं और लोगों को भी अच्छा लगेगा।
इस मौके का लाभ हम सबको उठाना चाहिए
जब श्रवण कुमार से पूछा गया कि नीतीश जी दावेदारी नहीं कर रहे, लेकिन क्या आपलोग चाहते हैं कि वे राष्ट्रपति पद पर पहुंचें, तो उन्होंने कहा कि कौन नहीं चाहेगा, हर बिहारी चाहेगा। अगर किसी बिहारी को मौका मिलता है तो बहुत अच्छा रहेगा। अच्छा अवसर है। इस मौके का लाभ हम सबको उठाना चाहिए।
नीतीश कुमार ने किया था इनकार
बता दें कि कुछ महीने पहले नीतीश कुमार के नाम की चर्चा राष्ट्रपति पद के लिए उठी। चर्चा थी कि नीतीश कुमार विपक्ष के राष्ट्रपति पद के साझे उम्मीदवार हो सकते हैं, लेकिन तब नीतीश कुमार ने इसका खंडन किया था।