द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
प्रधानमंत्री मोदी की आज यानी 24 जून को जम्मू कश्मीर के नेताओं के साथ दिल्ली में अहम बैठक होनी वाली है। अधिकांश लोगों के मन में यही सवाल है कि इस बैठक का एंजेडा क्या होगा। अभी तक मामले में कयासों के अलावा कुछ नहीं मिला है। जानकारी मिली है कि ये बैठक दोपहर 3 बजे से होगी। कहा जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के क्षेत्रीय दलों की तरफ से राज्य को दोबारा विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की जा सकती है। वहीं केंद्र यहां चुनाव कराने का फैसला ले सकता है।
पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस मुख्य पार्टियां
मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में महबूबा मुफ्ती वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) फारूक अब्दुल्ला वाली वाली नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) सहित छोटी-बड़ी 14 क्षेत्रीय पार्टियां हिस्सा लेंगी। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी सहित कांग्रेस के भई वरिष्ठ नेताओं को मीटिंग में आमंत्रित किया गया है। कहा जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के तीन नेताओं की कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के आवास पर भी मीटिंग होगी। इसमें क्या बात होगी फिलहाल स्पष्ट नहीं है।
बुधवार की शाम को दिल्ली पहुंचे हैं नेता
पीएम मोदी के साथ मीटिंग में हिस्सा लेने वाले प्रस्तावित 14 में से अधिकांश नेता बुधवार की शाम को ही राजधानी दिल्ली पहुंच चुके थे। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला आज पहुंचेंगे। महबूबा मुफ्ती बुधवार की शाम को ही दिल्ली पहुंच गई थीं। उन्होंने दिल्ली में पत्रकारों से कहा था कि वो खुले मन से प्रधानमंत्री के साथ राज्य के भविष्य पर चर्चा करने आई हैं।
क्षेत्रीय दलों का विश्वास जीतने की कोशिश
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिए जाने के बाद फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित कई अन्य नेताओं को नजरबंद किया गया था। इस बात को लेकर जम्मू-कश्मीर के क्षेत्रीय पार्टियों और केंद्र सरकार के बीच लंबे अर्से तक तनातनी रही। इस मीटिंग को प्रधानमंत्री मोदी की क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ विश्वास को मजबूत करने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है। मुलाकात होगी तो गिले-शिकवे दूर होंगे।
जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ पहली बैठक
जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये जम्मू कश्मीर के नेताओं के साथ पहली बैठक है। इस मीटिंग का एजेंडा क्या होगा फिलहाल उस पर कयास ही लगाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार वहां विधानसभा चुनाव करवाने पर फैसला ले सकती है।
महबूबा मुफ्ती पीएम से रखेंगी ये प्रमुख मांग
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने दिल्ली में कहा था कि वो मीटिंग में प्रधानमंत्री पर जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा बहाल करने पर जोर देंगी। उन्होंने कहा कि ये हक हमसे छीन लिया गया था। इस बीच चिंता की बात ये है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस हाई अलर्ट पर है। सेना के जवानों को भी सतर्क रहने का आदेश दिया गया है ताकि स्थिति बेकाबू ना हो।
राजनीतिक बंदियों को रिहा करने की मांग!
कहा जा रहा है कि पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर जिक्लेरेशन जिसमें फारुक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला सहित क्षेत्रीय दलों के अन्य नेता शामिल हैं, इस बात की चर्चा कर सकते हैं कि राज्य के अलग जेलों में बंद राजनीतिक बंदियों को रिहा कर दिया जाये। हैरानी की बात ये भी है कि महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि कश्मीर के मुद्दे को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार को पाकिस्तान सहित बाकी तमाम पक्षों से बातचीत करनी चाहिए। हालांकि केंद्र इससे सहमत नहीं है।
चुनाव आयोग की जिलाधिकारियों के साथ मीटिंग
गौरतलब है कि गुरुवार की सुबह चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर के 20 जिलाधिकारियों के साथ मीटिंग की है। इस मीटिंग में क्या चर्चा हुई फिलहाल इस बात की जानकारी बाहर नहीं आई है। राजनीतिक विश्लेषकों का अनुमान है कि चूंकि राज्य में इस वक्त स्थिति पहले से बेहतर है। हालात अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण है। ऐसे में पीएम मोदी यहां विधानसभा चुनाव करवाने का फैसला ले सकते हैं।