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IED ब्लास्ट में उड़ गया ग्रामीण का पैर, बांस लेकर लौटने के दौरान हुआ हादसा

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द फॉलोअप टीम, लोहरदगा:

लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र सेरेंगदाग थाना क्षेत्र अंतर्गत चपाल के जंगल के अंदर माओवादियों द्वारा प्लांट किए गए प्रेशर आईईडी बम की चपेट में आकर हेसाग नवा टोली के रहने वाले 50 वर्षीय सुपाल तुरी नामक व्यक्ति की मौत हो गई। सूपाल तुरी अपने मित्र राजेश तुरी के साथ जंगल से बांस लाने गया था। लौटने के क्रम में आईईडी बम के संपर्क में सूपाल का पैर आने से जोरदार ब्लास्ट हुआ। सूपाल को गंभीर चोट आई। मध्य रात्रि उसकी मौत हो गई। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई। लोग जंगल जाने से भी डर रहे हैं।

बांस लेकर आने के दौरान हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शी राजेश तुरी ने बताया की दोनो जंगल से बांस लेकर लौट रहे थे। मैं 5 मीटर की दूरी पर था तभी पीछे से आ रहे सुपाल तुरी के पास जोरदार धमाका हुआ। उसके चीखने की आवाज आने लगी। मैंने पास जाकर देखा तो उसके होश उड़ गए। सुपाल तुरी का पैर धमाके के कारण पूरी तरह से गायब हो गई थी। वो दर्द से कराह रहा था। राजेश भी पूरी तरह डर गया और उसे किसी तरह से उठा कर पीने के पानी के जगह में लेकर रखा और अपने गांव आ। गांव आकर कुछ परिजनों को अपने साथ ले गया फिर वहां से सुप़ाल को वापस लेकर आया।

स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में हो गई मौत
वहीं सुपाल को लाने गए जितवाहन तुरी ने बताया कि जब हमने वहां की हालत देखी तो कुछ समझ नही आ रहा था। घर आने तक वे जिंदा थे लेकिन गाड़ी और स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में उनकी मौत हो गई। पूरे मामले पर ग्रामीण रोष में हैं। प्रशासन की तरफ से न तो गाड़ी दी गई न ही एंबुलेंस की व्यस्था की गई। जब हम घटना स्थल पर पहुंचे तो परिजन परेशान थे गाड़ी को लेकर फिलहाल परिजन किसी तरह से गाड़ी बुक करके शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लोहरदगा ले आए हैं।

पोस्टमॉर्टम के लिए भी नहीं मिला वाहन
वहीं घटना के बाद शासन-प्रशासन के एक भी लोग उनसे नहीं मिले न ही कोई जानकारी ली गई। सुदूर क्षेत्र होने के कारण सुविधा का घोर अभाव है। यहां तक कि परिजन शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए गाड़ी खोजते रहे। अंत में थाना प्रभारी के मदद से गाड़ी बुक कराई गई जिसमें खुद के खर्चे से सदर अस्पताल लाई गई।