द फॉलोअप टीम, मधुपुर:
ये महज इतिफाक कहें या फिर भी संयोग मधुपुर सीट से जेएमएम के कद्दावर नेता रहे मरहूम हाजी हुसैन अंसारी की मौत भी शनिवार को हुई थी और इस सीट पर शनिवार को ही मतदान होना है। अब शनि महाराज किस पर महेरबान होंगे, यह तो 2 मई को ही पता चलेगा। लेकिन गर्मी की शुरुआत में सियासी पारा अपने चरम पर है। बीजेपी दो उपचुनाव में हार की सबक के बाद इस चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। वहीं दो बार की जीत से उत्साहित महागठबंधन एक बार फिर जीत का स्वाद चखने को बेकरार है। लेकिन क्याी महज मुस्लि म और आदिवासी वोट के बल पर जीतना महागठबंधन के लिए आसान होगा। महागठबंधन की ओर से झामुमो के प्रत्याशी हफीजुल हसन होंगे। वहीं भाजपा के उम्मीदवार गंगा नारायण या राज पालिवाल हो सकते हैं।
23 मार्च से नॉमिनेशन शुरू
देवघर के मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर 17 अप्रैल, 2021 को वोट डाले जायेंगे। 23 मार्च से नॉमिनेशन शुरू होगा। नॉमिनेशन की अंतिम तिथि 30 मार्च है। वहीं, 31 मार्च को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी होगी। 3 अप्रैल तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। उपचुनाव की काउंटिंग 2 मई को होगी और चुनाव की प्रक्रिया 4 मई को खत्म हो जायेगी।
409 बूथों पर 3, 21,193 वोटर करेंगे फैसला
वर्ष 2019 की तरह इस चुनाव में भी बूथों की संख्या 409 ही है, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इस बार व्यवस्था की गयी है कि जिस बूथ पर 1000 से अधिक वोटर हैं, वहां अतिरिक्त बूथ बनाये जायेंगे। इस तरह 78 अतिरिक्त बूथ बनाये गये हैं। इस तरह 409 बूथ पर मधुपुर विधानसभा क्षेत्र के 3 लाख 21 हजार 193 वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। वर्ष 2019 के चुनाव में 3 लाख 10 हजार 763 वोटर थे। इस विधानसभा में 164 अतिसंवेदनशील, 226 संवेदनशील और 97 सामान्य बूथों की मैपिंग की गयी है।
पांच प्रखंड में कोई दो, तो कोई तीन पर कर रहा विशेष मेहनत
मधुपुर विधानसभा सीट के अंतर्गत कुल पांच प्रखंड आते हैं। जिसमें दो प्रखंड के कुछ पंचायत आते हैं। मारगो मुंडा प्रखंड, करैं प्रखंड, मधुपुर प्रखंड, देवीपुर प्रखंड, देवघर प्रखंड। मारगो मुंडा प्रखंड के कुल 13 पंचायत, करैं के 12 पंचायत, मधुपुर के 21 पंचायत, देवीपुर के 16 पंचायतों में 10 पंचायत और देवघर के 24 में से आठ पंचायत इस विधानसभाक्षेत्र का हिस्सा है।
क्या है जातीय समिकरण
मधुपुर विधानसभा क्षेत्र में कई जाति के लोग रहते हैं। वोटरों का भी मिजाज हमेशा बदलता रहता है। इस विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मुस्लिम वोटर हैं, जिनकी संख्या करीब 60 हजार के पास है। वहीं आदिवासियों की संख्या करीब 30 हजार के आसपास है। 33 से 35 हजार भुमिहार जाति के वोटर हैं, तो राजपूत औऱ ब्रम्हण जाति के करीब 15- 15 हजार वोटर हैं। वैश्यै समाज से 40 हाजर मतदाता आते हैं। दलित वोटरों की संख्या भी करीब 35 हजार के आसपास है। यादव और चंद्रवंशी (रवाणी) समाज के 20- 20 हजार वोटर हैं। वहीं घटवार जाति से 15 हजार वोटर आते हैं। कुम्हार पंडित, कोयरी, महापंडित समाज के कुल 10 हजार वोटर हैं। मारवाड़ी समाज के 6 से 7 हजार वोटर हैं। बंगाली, कुड़मी, पोद्दार और सोनार जाति से 3-3 हजार वोटर हैं।
मुस्लिम और आदिवासी वोटरों की संख्या सबसे अधिक
मारगो मुंडा प्रखंड में मुस्लिम और आदिवासी समाज के वोटरों की संख्या सबसे अधिक है, जिसे महागठबंधन के प्रत्याशी अपनी सबसे बड़ी ताकत मानते हैं। वहीं करैं प्रंखड में एनडीए और यूपीए के बीच बराबर का मुकाबला दिख रहा है। मधुपुर में भी सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कांटे का टक्कर दिख रहा है। इस आप ऐसे भी मान सकते हैं, कि इस प्रखंड का वोट ही सबसे अधिक निर्णायक वोट होगा। वहीं देवीपुर औऱ देवघर में भाजपा की राह महागठबंधन से काफी आसान दिख रही है।