द फॉलोअप टीम, रांची :
बेरोजगारी के आधार पर झारखंड देश में छठे पायदान पर है। इस राज्य में 747444 रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के अनुसार झारखंड में 12.1 फीसद बेरोजगारी है। यानी जितने युवाओं को नौकरी मिलनी चाहिए उनमें से 12.1 लोगों को नौकरी नहीं मिल सकी है। अप्रैल 2020 में यह आंकड़ा 47.1 था, जो कि हाल के कुछ सालों में सबसे ज्यादा था। एक साल में यह आंकड़ा घटकर 12.1 फीसदी पर आ गया है। यानी एक साल में राज्य की बेरोजगारी दर 35 फीसदी कम हुई है। यह आंकड़ा राज्य के युवाओं के लिए राहत देने वाला है। उल्लेखनीय है कि 47.1 का आंकड़ा अप्रैल महीने में दर्ज किया गया था, जब देश में लॉकडाउन था और लोगों की नौकरियां जा रही थी।
सबसे कम बेरोजगारी असम में, हरियाणा सबसे उपर
बेरोजगारी के आंकड़ों में सबसे ऊपर हरियाणा है, इस राज्य में 26.4 फीसद बेरोजगारी है। हरियाणा के अलावा देश के चार अन्य राज्य राजस्थान (25.6) जम्मु-कश्मीर (14.2) हिमाचल प्रदेश (15.1) गोआ (21.1) झारखंड से ऊपर हैं। इस सूची में असम पीछे है। यानी असम में सबसे कम लोग बेरोजगार हैं। यहां महज 1.6 फीसद लोग बेरोजगार हैं।
राज्य में सबसे ज्यादा बेरोजगार 12वीं पास
बेरोजगारी के आंकड़ों को और करीब से देखने पर पता चलता है कि बेरोजगारों में से सबसे ज्यादा लोग 12वीं पास हैं। राज्य के 255714 युवा 12वीं पास होने के बाद भी बेरोजगार हैं। वहीं ग्रैजुएट बेरोजगारों की संख्या 237845 है। 45050 पोस्ट ग्रैजुएट बेरोजगार हैं और मैट्रिक पास बेरोजगारों की संख्या 176137 है।