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तो इस वजह से भारत में तेजी से फैला कोरोना! इन राज्यों में मिला वायरस का ट्रिपल म्यूटेशन

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली: 

भारत में कोरोना की दूसरी लहर इतनी तेज क्यों है। आखिर क्यों इतनी बड़ी संख्या में लोग वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। क्या वजह है कि इस बार संक्रमित व्यक्ति जल्दी ही गंभीर अवस्था में चला जाता है। इन तमाम सवालों से पर्दा उठ सकता है। वैज्ञानिकों ने संक्रमित मरीजों के सैंपल में नया वैरिएंट पाया है। नया वैरिएंट कोरोना वायरस में हुए एक औऱ म्यूटेसन की वजह से पनपा है। 

कोरोना वायरस में एक और म्यूटेशन
जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस में फिर म्यूटेशन हुआ है। इस म्यूटेशन की वजह से कोरोना वायरस ट्रिपल म्यूटेशन वैरिएंट में तब्दील हो गया है। यही वजह है कि इस बार संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में लिए गए सैंपलों की जांच में नया ट्रिपल म्यूटेशन वैरिएंट मिली है। ये राज्य कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित हैं। 

अक्टूबर में मिला था डबल म्यूटेशन
बता दें कि वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस में डबल म्यूटेशन का पता अक्टूबर में ही लगा लिया था। अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, फिनलैंड और स्विटजरलैंड में नया वैरिएंट पाया गया था। भारत में महाराष्ट्र में पहली बार डबल म्यूटेसन वैरिएंट का पता चला था। उस वैरिएंट को वैज्ञानिकों ने B:1:617 नया दिया था। अब इसमें भी बदलाव हो गया है। म्यूटेशन की वजह से वायरस ट्रिपल वैरिएंट में तब्दील हो गया है। यही वजह है कि कोरोना का संक्रमण इस बार ज्यादा भयावह हो गया है। 

वायरस में म्यूटेशन ने बढ़ा दी है चिंता
वायरस में एक और म्यूटेशन ने चिंता बढ़ा दी है। ट्रिपल म्यूटेशन की वजह से संक्रमित मरीजों के इलाज में मुश्किल होगी। ये वायरस का वो नया रूप है जिसके जीनोम में दो बदलाव हो चुका है। बता दें कि वायरस लंबे समय तक खुद को प्रभावी बनाए रखने के लिए अपनी जेनेटिक संरचना में बदलाव करता है। इस वायरस में दो बार म्यूटेशन हो चुका है, यही वजह है कि संक्रमण इतना विभत्स है। भारत में इस वक्त 62.5 फीसदी मरीजों में नया वैरिएंट पाया गया है। 

महाराष्ट्र सहित इन राज्यों में ट्रिपल म्यूटेशन
महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और दिल्ली में लिए गए कुल 17 सैंपलों में ट्रिपल म्यूटेशन वैरिएंट पाया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कई बार एक बार म्यूटेशन होने के बाद वायरस कमजोर पड़ जाता है। हालांकि, यदि किसी वायरस में बार-बार म्यूटेशन हो तो वो पहले से ज्यादा ताकतवर हो जाता है जैसे कि कोरोना वायरस के मामले में हो रहा है। नया वैरिएंट जब किसी व्यक्ति की कोशिका में हमला करता है तो कोशिका कुछ ही घंटों में उसकी हजारों कॉपीज बना देती है। इसकी वजह से संक्रमित व्यक्ति जल्दी ही गंभीर अवस्था में पहुंच जाता है जो जानलेवा साबित होती है।