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रिम्स में रहने के लिए लालू को हर रोज देने पड़ते हैं इतने रूपए, 2 साल में जमा करा चुके हैं 7 लाख रूपए से ज्यादा

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द फॉलोअप टीम, रांची
चाईबासा कोषागार में 37 करोड़ के फर्जीवाड़ा सहित चारा घोटाला के कई मामलों में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद इन दिनों रिम्स निदेशक के ‘केली बंगला’ में भर्ती हैं। यहीं पर डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लालू को इसके लिए अलग से रिम्स प्रबंधन को इसके एवज में भुगतान करना होता है? नहीं जानते हैं तो द फॉलोअप आज आपको बताने जा रहा है कि लालू को रिम्स में स्पेशल फैसिलिटी लेने के एवज में हर रोज कितने रूपए बतौर चार्ज देने होते हैं?

6 सितंबर 2018 को रिम्स में हुए थे भर्ती
दर्जन भर से ज्यादा गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लालू प्रसाद यादव करीब 2 साल से रिम्स में भर्ती हैं। निदेशक के केली बंगले से पहले वो पेइंग वार्ड में रहकर अपना इलाज करा रहे थे। रांची की होटवार सेंट्रल जेल से 6 सितंबर, 2018 को उन्हें रिम्स में शिफ्ट किया गया था। बताया जा रहा है कि पेइंग वार्ड में रहनेवाले एक मरीज से रिम्स प्रबंधन एक रोज का 1 हजार वसूलता है। इस तरह से 2 साल के हिसाब किताब को जोड़ दिया जाय तो लालू ने अबतक इतने दिनों में रिम्स को बतौर चार्ज 7 लाख रुपए का भुगतान किया है। यानी लालू से इतने दिनों में रिम्स प्रबंधन ने 7 लाख रूपया कमा लिया है और ये सिलसिला अभी भी जारी है। बताया जा रहा है कि जुलाई तक के पैसे का लालू की ओर से भुगतान किया जा चुका है।  

केली बंगले का किराया तय नहीं
करीब एक महीने से लालू रिम्स के केली बंगला में शिफ्ट कर दिए गए हैं लेकिन वहां का किराया कितना है, अभी यह तय नहीं हुआ है, लेकिन जानकारों की माने तो हर पांचवें दिन उनकी पार्टी से जुड़ा नेता या कार्यकर्ता 5 हजार रुपये बतौर एडवांस जमा करवा देता है। माना जा रहा है कि बाद में जो रकम निर्धारित होगी उसे एडवांस से मैनेज किया जाएगा और अगर लालू पर तबतक पैसा निकलता है तो फिर उनसे रिम्स प्रबंधन वसूलेगा और अगर एडवांस ज्यादा दे दिया गया है तो फिर रिम्स वापस लालू को वो पैसे लौटाएगा। 

कोरोना के कारण किया गया था शिफ्ट
आपको बता दें कि पिछले महीने रिम्स के पेइंग वार्ड से लालू को केली बंगले में शिफ्ट किया गया था। तब कोरोना के बढ़ते संक्रमण का हवाला दिया गया था। दरअसल लालू जिस पेइंग वार्ड में रह रहे थे, उसके आसपास के कमरों को कोविड मरीजों के लिए आवंटित कर दिया था। इसके अलावा पेइंग वार्ड कोविड सेंटर से बेहद नजदीक था। लालू के 3 सेवेदार भी संक्रमित हो चुके थे। इसलिए एहतियातन लालू को निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया। 

इतनी बीमारियों से ग्रसित हैं लालू
रिम्स के केली बंगले में इलाज करा रहे लालू प्रसाद पहले से ही बीपी और शुगर के मरीज हैं। काफी पहले उनकी कार्डियेक सर्जरी भी हो चुकी है। तब उनका हार्ट का वाल्व बदला गया था। वह क्रोनिक किडनी डिजीज (स्टेज थ्री) के मरीज हैं। इसके अलावा प्रोस्टेट, हाइपर यूरीसिमिया, पेरियेनल इंफेक्शन, किडनी स्टोन, फैटी लीवर आदि की समस्या से भी लालू जूझ रहे हैं। बीते अक्तूबर में तो अनियंत्रित ब्लड शुगर की वजह से उनके नर्वस सिस्टम पर बुरा असर पड़ने लगा था। जब भी वह बिस्तर से उठने की कोशिश करते थे, चक्कर आने लगता था। डॉक्टरों के अनुसार इसे चिकित्सकीय भाषा में ऑटोनॉमिक न्यूरोपैथी कहते हैं। जिसमें ब्रेन का ब्लड सप्लाई कम हो जाता है और मरीज को चक्कर आने लगता है। कुल मिलाकर दर्जन भर से ज्यादा बीमारियों से लालू परेशान हैं।

सबसे पहले कार्डियोलॉजी विभाग में हुए थे भर्ती
राजद प्रमुख लालू प्रसाद को सबसे पहले होटवार जेल से रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें रिम्स के सुपर स्पेशियलिटी पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक महीने पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के वार्ड में तैनात सुरक्षाकर्मियों और सेवादारों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई, तो रिम्स प्रबंधन ने डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें निदेशक के बंगले में शिफ्ट कर दिया गया। डॉक्टरों ने इसे लालू के लिए मुफीद जगह माना था।

3 एकड़ में फैला है केली बंगला
रिम्स निदेशक का केली बंगला 3 एकड़ में फैला है। बंगले में चार बड़े-बड़े कमरे, तीन वाशरूम, दो बड़े डाइनिंग हॉल, एक ड्रॉइंग रूम, एक बड़ा बरामदा, गैरेज और एक सर्वेंट क्वार्टर है। इसके अतिरिक्त एक बड़ा सा लॉन है, जिसमें कई तरह के पेड़-पौधे लगे हैं। बंगले में चार सेवादार हर वक्त लालू के सेवा सत्कार में रहते हैं। इसे लेकर विरोधी समय-समय पर हमला भी करते रहते हैं। विरोधी राज्य सरकार पर लालू को वीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप लगाता रहा है।हाल के दिनों में उनसे मुलाकात करने आनेवालों की भीड़ देखकर हेमंत सरकार ने 3 शिफ्ट में 3 मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी है।