द फ़ॉलोअप टीम, ग्वालियर:
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर एक हादसे ने खुशियों को मातम में बदल दिया। बात मध्यप्रदेश के शहर ग्वालियर की है। शनिवार सुबह नगर निगम की बिल्डिंग में 60 फीट की ऊंचाई पर लगे राष्ट्रीय ध्वज की डोर बदलते समय क्रेन की ट्रॉली से चार लोग उससे सटे डाकभवन की छत पर गिर गए। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें नगर निगम के 2 कर्मचारी और डाकभवन का चौकीदार शामिल है। एक अन्य घायल हुआ है। घटना के बाद नगर निगम के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। मौके पर पहुंचे प्रभारी आयुक्त मुकुल गुप्ता को आक्रोशित भीड़ में शामिल वकील मनोज शर्मा ने चांटा मार दिया।
पुलिस तैनात की गई- कर्मचारी नाराज
इस भवन पर नियमित रूप से झंडा लगा रहता है, लेकिन स्वतंत्रता दिवस की वजह से इसकी पुरानी डोरी को बदला जा रहा था। इसी समय दुर्घटना हो गई। इस घटना के बाद कर्मचारियों में काफी नाराजगी है। एहतियात के तौर पर मौके पर पुलिस की तैनाती की गई है।
जैक टूटने से हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि जैक टूटने की वजह से क्रेन का बैलेंस बिगड़ गया, इससे ट्रॉली नीचे गिर गई। इसमें सवार चारों व्यक्ति डाक भवन की छत पर सिर के बल गिरे। इन्हें जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने तीन को मृत घोषित कर दिया। इनके नाम प्रदीप राजौरिया, कुलदीप डंडौतिया और विनोद शर्मा हैं।
चाटा मारना पड़ा महंगा
हादसे के बाद स्पॉट पर पहुंचे नगर निगम ग्वालियर के प्रभारी आयुक्त मुकुल गुप्ता को आक्रोशित भीड़ में शामिल वकील मनोज शर्मा ने चांटा मार दिया। इसके बाद पुलिस ने मनोज को हिरासत में ले लिया। वे इससे पहले एक SDM पर भी हमला कर चुके हैं।