द फॉलोअप टीम, रांची:
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। हमारे देश में भी कोरोना की दूसरी लहर बेहद ही घातक साबित हुई। कई लोग कोरोना से जंग हार गए तो कई लोगों ने इस बीमारी इस निकल कर अब रिकवर कर रहे हैं। कोरोना से रिकवरी में योग भी काफी मददगार साबित हो रहा है। डॉक्टर्स भी योग करने की सलाह दे रहे हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे योगासन बता रहे हैं, जो आपको कोरोना से रिकवर होने में सहायता करेगा। आपको काफी फायदा मिलेगा।
योगाभ्यास से मानसिक शांति भी मिलती है। आइये जानते हैं कि योग से कोरोना के मरीजों को क्या फायदा हो रहा है। हाल ही में योग गुरु बाबा रामदेव ने भी बताया था कि योग के जरिए कोरोना वायरस से कैसे बचा जा सकता है। डॉक्टरों और वैज्ञानिकों अध्ययन को भी पढ़े तो योग काफी फायदेमंद है।
ये है कुछ आसान
प्राणायाम- जल्द रिकवरी के लिए प्राणायाम करना चाहिए। प्राणायाम से फेफड़े बेहतर तरीके से काम करने लगते हैं। योग करने से छाती वाला हिस्सा खुलता है और फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है। योग से पाचन क्रिया भी तेज होती है। रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो अच्छा होता है।
अनुलोम विलोम- ऑक्सीजन लेवल सुधारने के लिए सबसे बेहतर योग अनुलोम विलोम करना चाहिए। इससे नाक के एक नथुने को दबाकर दूसरे नथुने से सांस छोड़ते हैं फिर जिससे सांस छोड़ी है उसी से वापस सांस लेनी है। इस तरह दोनों तरफ से यह क्रिया करते हैं। अनुलोम विलोम से टेंशन भी दूर होती है। अनुलोम विलोम से आपको सामान्य रूप से होने वाली सर्दी खांसी और जुकाम तक नहीं होती है। दरअसल अनुलोम विलोम प्रणायाम को करने से श्वसन क्रिया बेहतर हो जाती है।
प्रोनिंग- प्रोनिंग सांसों को ठीक रखने के लिए प्रोनिंग एक वैज्ञानिक तरीका है। एक्सपर्ट्स की माने तो अगर किसी का ऑक्सीजन लेवल घट रहा है तो हड़बड़ाहट में अस्पताल न जाएं। घर पर पेट के बल लेटकर गहरी लंबी सांस ले आपको प्रोनिंग पोजीशन में लेटना है। इससे फेफड़े सुचारू रूप से काम करने लगते हैं। थोड़ी-थोड़ी देर बाद आपको पेट के बल जरूर लेटना चाहिए।
भस्त्रिका प्राणायाम- भस्त्रिका प्रणायाम को करने से शरीर की कोशिकाएं स्वस्थ बनी रहती हैं और श्वसन क्रिया से जुड़ी कोई भी बीमारी आपको नहीं होगी। साथ ही साथ आपकी इम्युनिटी भी मजबूत रहेगी। इसके कारण आप कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहेंगे भी।
कपालभांति- आपको हल्की-हल्की तरह से कपालभाति प्राणायाम भी करना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले लंबी गहरी सांस अंदर लें। अब धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ते जाएं। हालांकि कोरोना के मरीजों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सांस छोड़ते वक्त उन्हें किसी तरह का दबाव महसूस न हो।
साई प्राणायाम- इस प्राणाायम में आपको पहले नाक के अंदर सांस भरनी है फिर ज्यादा से ज्यादा सांस को अंदर लेने के बाद सांस छोड़ते समय एक पाउट बनाना है। आपको होंठों को सिकोड़कर एक चोंच जैसी बनानी है। फिर थोड़ी सी ‘हा’ की आवाज के साथ सांस को बाहर छोड़ना है। इससे हमारी टेंशन दूर होती है। इसे एक बार में 35 से 40 बार करना चाहिए। आप दिन में 5 से 6 बार इस योग को कर सकते हैं।