द फॉलोअप टीम, रांची:
डोरंडा दरगाह परिसर में न वैसा मेला लगा है। न ही खान-पान, खिलौने और महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधन की हर साल की तरह सैकड़ों स्टॉल ही हैं। बच्चों के लिए न झूले हैं और न ही ठेले। मशहूर हलवा-रोटी के स्टॉल भी नदारद, जहां हर वक़्त भीड़ जुटी रहती थी। बात डोरंडा स्थित सूफी-संत हजरत रिसालदार के दरगाह के उर्स के तीसरे दिन का है। जहां इश्क़ की दीवानगी सर चढ़कर बोलती हुई। ये इश्क़-ए-रिसालदार है। ये इश्क़-ए-हिन्दुस्तनियत है।
अलग-अलग चादर। अलग-अलग फूल। उसे मज़ार पर चढ़ाने वालों की अलग-अलग बोली-भाषा। लेकिन सभी एक ही मिज़ाज में सराबोर। यह रंग है सूफियाना। ये प्रकृति है हिन्दुस्तनियत जो वसुधै कुटुबकम का संदेश देती है। उर्स के तीसरे दिन मजार शरीफ में सीओ हाईकोर्ट मिथलेश झा, संजीव कुमार, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, सार्जेंट मेजर सनी कुमार, सार्जेंट मेजर वैभव कुमार, अन्य पुलिस सहयोगियों , हेड क्वार्टर, नेपाल हाउस से पुलिस एसोसिएशन के अलावा भारतीय जनता पार्टी के नेता तारिक इमरान ने चादरपोशी कीl
आएंगे सीएम करेंगे चादरपोशी
सीएम हेमंत सोरेन अंतिम दिन रविवार को चादरपोशी करेंगे। बैंड-बाजे के साथ जैप वन के जवान दोपहर बाद पहुंचेगे। सलामी के बाद चादरपोशी करेंगे। दरगाह कमेटी के महासचिव मोहम्मद फ़ारूक़ के आवास से शाही संदल और चादर भी कल ही कलेगी और बाद नमाज़ असर चादर पोशी की जाएगी। 24 को ही मज़ार शरीफ के मस्जिद के दूसरे तल्ला में बाद नमाज़ एशा नातिया मुशायरा होगा। आज जायरीन की सेवा में सदर हाजी रऊफ गद्दी, मोहम्मद नसीम गद्दी, शोएब अंसारी, सचिव मोहम्मद बिलाल, मोहम्मद वसीम, फिराज अहमद, बबलू पंडित, संपा गद्दी, साजिद गद्दी, शराफत हुसैन, सैफ अली, अली अहमद, मोहम्मद नासिर, अनवर खान आदि सक्रिय रहे। कमेटी की ओर से लंगर भी बांटा गया।
70 साल से परिवार कर रहा सेवा
मजार परिसर में ही रवींद्र प्रसाद अपने बेटे अमर और दीपक मालाकार के साथ फूल, चादर और शीरनी बेचते हुए मिले। रवींद्र की उम्र 55 से अधिक होगी। कहते हैं कि वो बचपन में अपनी दादी के साथ रोज मजार आते थे। साफ-सफाई करते थे। पीएचडी में उनके पिता चंद्रराम माली काम करते थे। वो जब समय मिलता मजार आते। जयरतमंदों को फूल की माला देते थे। बाद में उन्होंने दुकान कर ली यहीं। बाबा की सीख का पालन पूरा परिवार करता है। उनके दोनों सहमति में सिर हिलाते हैं।
रांची: 23 अक्टूबर :: हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार शाह बाबा का पांच दिवसीय सालाना उर्स 21 से 25 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है। लिए दुआएं मांगी l
दरगाह कमिटि के प्रवक्ता प्रोफेसर जावेद अहमद खान ने बताया कि 24 अक्टूबर को जैप-1 एवं बीएमपी पटना के तरफ से रिसालदार बाबा के दरगाह पर चादर पोशी होगी l अध्यक्ष हाजी अब्दुल रऊफ गद्दी, महासचिव मो फ़ारूक़ ने बताया कि झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन 24 अक्टूबर को शाम 7 से 9 के बीच आने की सूचना मिली हैं। 24 अक्टूबर को
साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक राज्यपाल के यहां से मिलने का कोई समय नहीं मिल पाया है। जबकि 20 दिन पहले ही उनको आमन्त्रण और मिलने के लिए समय मांगा गया है। लेकिन अभी तक कोई जवाब नही मिला है।
कमिटि के उपाध्यक्ष हाजी जाकिर, इरफान खान, उप सचिव शोएब अंसारी ने बताया कि सरकारी गाइडलाइन एवं नियमों को पालन करते हुए उर्स में आने वाले जायरीन चादर पोशी कर रहे हैं l आज तीसरे दिन भी उर्स शुरू होने के साथ लंगर खानी सुबह से शाम तक चलता रहा और यह सिलसिला पूरे उर्स तक चलता रहेगा। मौके पर कमिटि के संरक्षक आसिफ अली, शाकिर अली, अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष कमाल खान, उपाध्यक्ष हाजी जाकिर, ऑडिटर शराफत हुसैन गद्दी एवं प्रवक्ता जावेद अहमद खान, उप सचिव शोएब अंसारी, अली अहमद, संपा गद्दी, इमामुद्दीन गद्दी ,गुलाम खाजा, ताजुल, मोहम्मद रब्बानी, अतीक उर रहमान गद्दी, मंजूर हबीबी, इकबाल राइन, मो शाहिद, पार्षद नसीम उर्फ पप्पू गद्दी, उपाध्यक्ष इरफान खान, हाजी मुस्ताक, सैफ अली, हांजी मुख्तार कुरैशी, मो मंसूर, बबलू पंडित, नईम उल्ला खान, काज़ी मसूद फरीदी, शाहजाद बबलू, मो नक़ीब, अब्दुल मन्नान, मो हुसैन, सोहेल अख्तर, मो शाहिद, मो साज़िद, अफ़रोज़ उर्फ गुड्डू एवं मोहम्मद नसरुद्दीन ,नदीम मुन्ना, मुन्ना गद्दी, अशफर खान, अकिलुर्रह्मान, नेहाल अहमद, नौशाद, ज़फ़र आलम खान गोल्डी, आदि ने कमिटि के कार्य मे अपना सहयोग दिया।