द फॉलोअप टीम, रांचीः
कडरू स्थित झारखंड फिल्म एंड थियेटर एकेडमी के मिनी सभागार में गुरुवार की शाम नाटक उलगुलान का अंत नहीं का मंचन किया गया। नाटक अजय मलकानी के लेखन व निर्देशन में युवा रंगमंच के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया है। कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए नाटक जेएफटीए के सीमित स्टूडेंट्स दर्शकों के बीच रखा गया था।
बिरसा मुंडा की कहानी दिखाई गयी
नाटक में झारखंड आंदोलन की कहानी की शुरुआत से लेकर बिरसा मुंडा की धोखे से की गई हत्या की घटना को मंच पर परिकल्पित किया गया। नाटक में अभिनय करने वाले कलाकारों में दीपक चौधरी, अभिराज, जितेंद्र वाढेर, साहिल, भारत, बादल मोहन सिंह, सोनू, संतोष पाठक, सन्नी, सिमरन वार्नवाल, शिवांग, रिया जुनी और शानू कुमार शामिल थे। प्रकाश व्यवस्था पर शुभम पालीवाल, ध्वनि संचालन पर शंकर पाठक, वस्त्र विन्यास मौऊ रॉय और स्टेज प्रॉपर्टी पर मुन्ना लोहार थे।
कम से कम खर्च पर नाटकों का मंचन
जेएफटीए के निदेशक राजीव सिन्हा के मुताबिक रंगकर्मियों के लिए मंच खुला है, जहां कम से कम खर्च पर नाटकों का न केवल मंचन किया जा सकता है बल्कि नाटकों को यूटयूब चैनल इंडियन थिएटर लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक भी पहुंचाने की सुविधा है।