द फॉलोअप टीम, भीलवाड़ा:
भीलवाड़ा से 35 किमी बनेड़ा कस्बे में एक 50 वर्षीय महिला मायादेवी छीपा की शुक्रवार को तबीयत बिगड़ गई। सुबह दस बजकर पैंतालीस मिनट पर एएनएम नरेशकुमारी व फार्मासिस्ट नरेश मीणा मरीज को देखने आये। उस वक़्त महिला का ऑक्सीजन लेवल 40 था। उनसे कहा गया कि मरीज को तुरंत भीलवाड़ा ले जाया जाए।
मरीज को ठेले पर ले जाना पड़ा
मरीज के परिजन मुकेश ने बताया कि सुबह सवा 11 बजे एंबुलेंस को दो बार फोन किया। हर बार कहा कि 2 घंटे लगेंगे। काफी ढूंढने के बाद भी कोई निजी वाहन नहीं मिला। तब परिजनों ने डेढ़ बजे मरीज को ठेले पर लिटाकर अस्पताल पहुंचाया। हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी।
अस्पताल में खड़ी थी एम्बुलेंस
जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो देखा कि दरवाजे पर ही एंबुलेंस खड़ी थी। परिजन आरोप लगा रहे है कि डॉक्टर फोन पर बिजी थे और फिर भी मरीज को मृत घोषित कर दिया। बेबस परिजन महिला के शव को उसी ठेले में ले गए।