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फेल होने पर स्कूल से निकाले गए, अधिकारी बनकर दिया जवाब, जानिए! IPS आकाश कुलहरि की कहानी

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द फॉलोअप टीम, बीकानेर:

 

हम लोगों की धारणा बन गई है कि जो बच्चे पढ़ने में बचपन से मेधावी होते हैं वही बड़े होकर जिंदगी में अच्छा करते हैं। बनते है। बात जब या आईपीएस अफसर की हो तो ये बात और भी मजबूती से कही जाती है। शायद हम भूल जाते हैं कि सिर्फ क्लास में टॉप करने वाले बच्चे ही नहीं बल्कि कक्षा में असफल होने वाले विद्यार्थी भी हमारे बीच ही मौजूद रहते हैं जो भविष्य में इतिहास रचते है। उन्हीं बच्चों में एक हैं आकाश कुलहरि जो कभी दसवीं की परीक्षा में फेल हुए थे। आज वे अधिकारी बन जिला संभाल रहे हैं। क्या है आकाश कुलहरि की सफलता की कहानी। 

 

स्कूल से निकाले गए थे 
बीकानेर के आकाश कुलहरि की गिनती हमेशा से कमजोर छात्रों में होती थी। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में पास होकर लोगों की सोच बदल ली। एक इंटरव्यू में आकाश कुलहरि ने बताया था कि दसवीं में फेल होने की वजह से उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया था। उनके माता-पिता इससे काफी दुखी थे। इसके बाद से ही आकाश ने अपनी पढ़ाई को गंभीरता से लिया। 12वीं में उनको की 85% अंक मिले। इससे उन्होंने माता-पिता का विश्वास दोबारा हासिल कर लिया। आकाश कॉमर्स बैकग्राउंड से थे इसलिए उन्होंने बीकॉम किया। यहां उन्हें दो ऑप्शन मिला। एमबीए में दाखिला लेकर कॉर्पोरेट सेक्टर ज्वाइन करने का और दूसरा सिविल सेवा की तरफ आगे बढ़ने का। 

 

पहले प्रयास में मिली सफलता 
आकाश कुलहरि बताते है कि वह कभी पढ़ाई को लेकर सीरियस नहीं थे। जब से सिविल सर्विस ज्वॉइन करने का फैसला किया उसी उस दिन से पढ़ाई में जुट गए। 2006 में उन्होंने अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल की। उनकी मां चाहती थी कि उनके बच्चे अधिकारी बनकर देश सेवा करें। वे अपनी मां की इच्छा को पूरी करने के लिए इस राह पर निकले थे। आकाश को देख उनके छोटे भाई ने भी अधिकारी बनने का निर्णय लिया और आज वह भी अधिकारी बन देश की सेवा कर रहे हैं।