द फॉलोअप टीम, रांची:
जैक ने दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। कई छात्रों का कहना है कि रिजल्ट में गड़बड़ी हुई है। इसी गड़बड़ी से नाराज सैकड़ों की संख्या में छात्र जैक कार्यालय के पास इकट्ठा हुए और जमकर हंगामा किया। कोरोना संक्रमण के कारण मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी। एक फॉर्मूला के तहत 9वीं और 11वीं आंतरिक मूल्यांकन के जरिये ही मैट्रिक और इंटरमीडिएट का रिजल्ट प्रकाशित किया गया। 29 जुलाई को मैट्रिक और 30 जुलाई को इंटरमीडिएट का परिणाम जारी किया गया था।
बच्चे कर रहे विरोध
सैकड़ों ऐसे छात्र हैं जो रिजल्ट का विरोध कर रहे हैं। जैक पर त्रुटिपूर्ण परीक्षा परिणाम जारी करने का आरोप है। परीक्षार्थियों का कहना है कि महाविद्यालय और जैक की गलती के कारण बड़ी संख्या में छात्रों का रिजल्ट गड़बड़ किया गया है। उनके अंको में कटौती की गयी है। कोई अगर पास भी है तो उसके रिजल्ट में फेल लिख दिया गया है। कई विद्यार्थियों का कहना है कि उनकी 11 वीं में अच्छे नंबर थे लेकिन 12 वीं उससे बहुत ही ख़राब अंको के साथ फेल कर दिया गया है। अब इसकी जवाबदेही न तो महाविद्यालय ले रहा है और न ही जैक। विद्यार्थियों का प्रैक्टिकल में एब्सेंट, थ्योरी में कम अंक और कुछ विद्यार्थियों का 11वीं और 12वीं का अंक एक जैसा प्रकाशित कर दिया गया है। विद्यार्थी रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हैं।
6 अगस्त तक करें अप्लाई
जैक ने यह घोषणा कि थी अगर किसी भी विद्यार्थी को परिणाम से दिक्कत है तो वे 6 अगस्त तक अपनी समस्याओं को लेकर एप्लीकेशन के साथ मार्कशीट को अपलोड कर सकते हैं। 15 अगस्त तक इसका समाधान हो जायेगा। जैक की तरफ से प्रत्यक्ष परीक्षा प्रणाली के तहत भी एग्जाम लेने का आश्वासन परीक्षार्थियों को दिया गया है। इसके बाद भी छात्र संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।