द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड विधानसभा में स्पीकर द्वारा मुस्लिम कर्मचारियों को नमाज़ के लिए कक्ष आवंटित करने का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। प्रमुख विपक्षी दल ने बाकायदा आंदोलन ही छेड़ दिया है। वहीं सत्ता पक्ष अपने ढंग के तर्क दे रहा है, इनका कहना है कि ऐसी परंपरा रही है। यह कोई नई बात नहीं है। इसी मामले में स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा है कि विपक्ष संप्रदायवाद की राजनीति कर रहा है। जो कहीं से भी उचित नहीं है। यह आदेश विधानसभा की परंपरा के अनुरूप है।
मंत्री ठाकुर ने कहा है कि राज्य गठन से पूर्व ही पृथक नमाज कक्ष की व्यवस्था सचिवालय कर्मियों के लिए की गई है। दल विशेष के लोग बेवजह इस मामले को संप्रदायिक रंग दे रहे हैं। पूर्व में भाजपा के तीन - तीन अध्यक्ष रह चुके हैं। उस समय भी यह परंपरा रही है। विधानसभा में होली मिलन, सरहुल, विश्वकर्मा पूजा की भी परंपरा रही है। सरहुल के लिए मांदर की भी खरीदारी हुई है।
सभा संचालन के लिए अध्यक्ष का विशेषाधिकार होता है। इस अधिकार का हनन करना अनुचित एवं अस्वीकारनीय है। मंत्री ने कहा कि इस आदेश को संप्रदायिक रंग देना कहीं से आर उचित नहीं है। विपक्ष सकारात्मक राजनीति करें। उक्त आदेश का विरोध बिल्कुल निराधार है।