द फॉलोअप टीम, रांची:
माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि जनता के लिए उलगुलान छेड़ने के आरोप में जिस तरह से बिरसा मुंडा को जेल में क़ैद करके मार डाला गया था, मोदी सरकार ने भी जनता के सवालों पर आवाज़ उठानेवाले फादर स्टेन समेत सैकड़ों मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं-पत्रकार और युवा आन्दोलनकारियों को यूएपीए-राजद्रोह के तहत जेलों में क़ैद कर रखा है। केविड 2 की दूसरी लहर और मोदी 2 का कुशासन दोनों ही जनता के लिए घातक साबित हुआ है। मोदी सरकार की स्वास्थ्य विफलता और संवेदनहीनता ने कोरोना कहर लाकर देश के लाखों लोगों की जान ले ली है। सरकार की ही शाह पर बाबा रामदेव जैसे विज्ञान विरोधी हर दिन अनाप शनाप बक कर दिन-रात कोरोना संक्रमण के उपचार में जान जोखिम डालकर काम कर रहे सभी चिकित्साकर्मी-नर्सों व डॉक्टरों का अपमान कर रहें हैं। समय पर कोरोना संक्रमण का न्यूनतम इलाज देने में विफल केंद्र की सरकार अब वैक्सीन देने के नाम पर फिर से क्षुद्र राजनीति कर बचे हुए लोगों की ज़िंदगी तबाह करने में लगी हुई है। डिजिटल इंडिया का झूठा नारा देकर चिकित्सा क्षेत्र को भी अब निजी कंपनियों के हवाले कर उन्हें मालामाल करने और लोगों को तंग तबाह करने का फासीवादी खेल कर रही है। दीपंकर बतौर मुख्य वक्ता "महामारी और तानाशाही से जूझता भारत" विषय पर राज्यस्तरीय वेबिनार में बोल रहे थे। आयोजन बिरसा मुंडा के 121 वें शहादत दिवस पर भाकपा माले ने का आयोजन किया था।
कोरोनाकाल ने आयुष्मान कार्ड के धोखे को किया उजागर: विनोद सिंह
माले विधायक विनोद सिंह बोले कि मोदी सरकार को लोगों से पैसा लेना होता है तो एक राष्ट्र की बात करती है। लेकिन जब कोरोना महामारी जैसे संकटों में जनता व झारखंड समेत सभी गैर भाजपा राज्य सरकारों को मदद देने की बारी आने पर तुरंत हाथ खींचकर सबकुछ राम भरोसे छोड़ देती है। ऑक्सीज़न के अभाव में दम तोड़ते लोगों के ह्रदयविदारक दृश्यों ने आयुष्मान कार्ड के धोखे को बखूबी उजागर कर दिया। इसी तरह से मुफ्त राशन देने के नाम पर पूरे देश के गरीबों के साथ मज़ाक किया जा रहा है।
सरकार की स्वास्थ्य विफलता ने लाखों लोगों की जानें ले ली: दयामनी
आंदोलनकारी दयामनी बारला ने कहा कि लोग कोरोना से कम और सरकार की स्वास्थ्य विफलता ने लाखों लोगों की जानें ले ली है। ऐसे में हमें खुद के बिरसा मुंडा से प्ररणा लेते हुए आपसी संवाद और ज़मीनी एकजुटता बढ़ने की फौरी आवश्यकता है। झामुमो नेत्री और लेखिका डॉ महुआ माजी ने केंद्र पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर झारखण्ड समेत कई राज्यों की गैर भाजपा सरकारों के साथ साजिशपूर्ण भेदभाव कर रही है। पूर्व विधायक और मासस के वरिष्ठ नेता अरूप चटर्जी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने लाखों लोगों की जानें ली है, जिसकी जिम्मेवार मोदी सरकार है। वरिष्ठ अर्थशास्त्री व विनोबा भावे वीवी के पूर्व कुलपति प्रो. रमेश शरण ने कहा कि स्वस्थ्य व्यवस्था की विफलताओं से लाखों लोगों की जानें ले ली।
इन्होंने भी रखे विचार
विषय प्रवेश भाकपा माले के पोलित ब्यरो सदस्य मनोज भगत और संचालन झारखंड एआईपीएफ़ के नदीम खान ने किया। वहीं जसम के अनिल अंशुमन ने धन्यवाद ज्ञापन किया। चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार सुधीर पाल, वरिष्ठ बुद्धिजीवी प्रेमचन्द मुर्मू, सामाजिक कार्यकर्ता जेवियर डायस आदि ने भी विचार रखे।