द फॉलोअप टीम, कोहिमा:
नागालैंड के मोन जिला स्थित तिरू गांव में सुरक्षाबल के जवानों की फायरिंग में मृतकों की संख्या बढ़कर 11 तक पहुंच गई है। स्थानीय लोगों ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुरक्षाबल के जवानों ने कोयला खदान से काम कर लौट रहे मजदूरों पर फायरिंग की। आरंभिक जांच में पहचान में गलतफहमी का मामला सामने आया है।
असम राइफल्स ने आधिकारिक बयान जारी किया
इस घटना पर अब असम राइफल्स ने आधिकारिक बयान जारी किया है। असम राइफल्स ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि ऑपरेशन मे सुरक्षा बलों को भी गंभीर चोटें आईं। एक जवान की मौत हो गई। असम राइफल्स के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि घटना और उसके बाद के लिए गहरा खेद है। गौरतलब है कि अब तक 11 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।
विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई
असम राइफल्स ने बताया कि उग्रवादियों के संभावित आंदोलन की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर सोम जिला स्थित तिरु गांव में विशेष अभियान चलाया गया था। हादसे में फायरिंग कैसे हुई। किन परिस्थितियों में नागरिकों की जान गई। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में इसकी जांच की जा रही है। कहा कि मामले में जो भी जानकारी सामने आएगी उस पर उचित कार्रवाई की जायेगी।
गृहमंत्री अमित शाह ने घटना पर दुख व्यक्त किया
गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने भी घटना पर खेद व्यक्त किया है और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर मामले में कार्रवाई की जायेगी।