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रक्त दान का प्रचार करने कन्याकुमारी से निकले शिवा सात हजार किलो मीटर पैदल चल कर पहुंचे रांची

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द फॉलोअप टीम, रांची:
कन्याकुमारी से पदयात्रा कर रांची पहुँचे 24 साल का जी. शिवा से मिलकर आपको विश्वास हो जायेगा कि अगर इंसान अपने मकसद को अपना जुनून बना ले तो वो क्या नहीं कर सकता। ये जिद है, जो पिछले सात माह से शिवा को पैदल चलवा रही है। ये जिद है समाज की बेहतरी के लिए, ये जिद है एक इंसान की इंसानियत को लेकर। जी. शिवा की बस यही चाह है कि देश के हर लोग रक्त दान को अपना काम और कर्तव्य समझे औऱ उसके गांव में एक ब्लड बैंक खुले।

 

ADG  संजय लाथकर ने किया सम्मानित 
जी. शिवा जो आंध्र प्रदेश के घुँतुर जिले के रहने वाले हैं, उन्होंने अपनी पदयात्रा 1 अप्रेल, 2021 को कन्याकुमारी, तमिल नाडु से शुरू की और 7 महीनों में 13 राज्यों की पदयात्रा करते हुए कोलकाता से राँची पहुँचे। उन्होंने अभी तक 7000 किलोमीटर की यात्रा पूर्ण कर ली है। वे झारखंड के बाद बिहार, यूपी और दिल्ली जाकर पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। उनको ADG  संजय लाथकर ने सम्मानित किया।

 


पदयात्रा का उद्देश्य रक्तदान को बढ़ावा देना है
कोविड महामारी के समय इन्होंने रक्त की कमी के कारण बहुत सारे लोगों को मरते देखा, जिसमें बहुत सगे, संबंधी, रिश्तेदार भी थे। तब इन्होंने संकल्प लिया कि जब तक अपने गाँव मे एक सरकारी ब्लड बैंक न स्थापित करा लें तबतक चैन से नहीं बैठेंगे। रांची में उन्होंने लाइफ सेवर्स संगठन के संचालक और झारखंड में रक्त आदान सेवा के लिए काम कर रहे अतुल गेरा से संपर्क किया। अतुल ने लाइफ सेवर्स के कार्यकर्ता मोहित चोपड़ा के साथ तत्काल शिवा के आज के दिन की आराम करने की व्यवस्था सुनिश्चित की। साथ ही उनके उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें राँची शहर के कुछ सम्मानित लोगों से मिलवाया। 


एडीजी ने कहा- महान मकसद के साथ चल रहा है ये युवक
झारखंड पुलिस के ADG संजय लाथकर ने न सिर्फ शिवा का प्रोत्साहन किया बल्कि अन्य राज्यों में जहाँ शिवा पुनः यात्रा प्रारंभ कर जाने वाले हैं। वहाँ के अपने विभागीय मित्रों को इनके समर्थन और मदद का आग्रह भी किया। ADG, संजय लाथकर ने उन्हें कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से फोन पर बात भी करवाया जिससे शिवा का हौसला बढ़ा।

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सदर अस्पताल ब्लड बैंक ने भी किया सम्मानित
जी. शिवा सदर अस्पताल ब्लड बैंक गंए जहाँ की इंचार्ज, डॉ. रंजू सिन्हा ने शिवा को सम्मानित किया। उनके प्रयास के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया औऱ शुभकामना दी। सदर अस्पताल की कार्यशैली देखकर, शिवा अभिभूत थे और उन्होंने कहा के इसी प्रकार के ब्लड बैंक की आकांक्षा लेकर वे अपनी पदयात्रा पर निकले हैं, जहाँ बिना प्रतिस्थापन, निशुल्क रक्त सभी को उपलब्ध हो।

सोनू सूद के दिये जूते पहनकर कर रहे यात्रा
शिवा द फॉलोअप को बताते हैं कि अबतक की यात्रा के दौरान कई लोगों से मुलाकात की। लेकिन झारखंड और यहां के लोगों ने मेरा दिल जीत लिया। यहां के लोग काफी मिलनसार हैं। रक्तदान के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। उन्होने बात- बात में हीं कहा कि इस यात्रा के दौरान अबतक चार जूते फट- चुके हैं, और अब जो वे जूता पहना है ये जुता सोनू सूद ने उन्हे दिया है जब वे महाराष्ट्र में उनसे मुलाकात की।