द फाॅलोअप टीम, दिल्ली:
मणिपुर से बहुत ही दर्दनाक खबर आ रही है, जिसका रुदन छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर तक साफ सुना जा सकता है। शनिवार सुबह करीब 10 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में म्यांमार सीमा के पास असम राइफल्स के एक काफिले पर उग्रवादियों के एक अज्ञात समूह ने घात लगाकर हमला किया। जिसमें 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर समेत 7 जवान शहीद हो गए हैं। कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी की पत्नी और पुत्र के भी मारे जाने की सूचना मिल रही है।
सेना के आधिकारिक बयान का इंतजार
झारखंड की सीमा से लगे छत्तीसगढ़ के शहर रायगढ़ में त्रिपाठी परिवार बहुत ही प्रतिष्ठित माना जाता है। कर्नल विप्लव त्रिपाठी के पिता सुभाष त्रिपाठी वरिष्ठ पत्रकार हैं। बरसों से बयार नामक अखबार का संपादन, प्रकाशन और संचालन कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कमॉडिंग अफ़सर अपने परिवार और QRT के साथ जा रहे थे, जब उग्रवादियों ने हमला किया। रायगढ़ के सामाजिक कार्यकर्ता सुनील अग्रवाल ने बताया कि दुखद सूचना के मिलते ही समूचे शहर में मातम पसर गया है। लोग शोक संतप्त परिवार के घर डबडबाई आंख पहुंच रहे हैं। हालांकि सेना की ओर से इस संबंध में आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री ने की मौत की पुष्टि
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने आर्मी के कर्नल और उनके परिवार की मौत की पुष्टि की है। कहा कि ऐसे कायराना कृत्य को बख्शा नहीं जाएगा।वह दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करने की पूरी कोशिश करेंगे। यह अमानवीय और आतंकी कृत्य है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट में लिखा, "46 असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा करता हूं, जिसमें कमांडिंग ऑफिसर और उनके परिवार के समेत कुछ जवानों की आज मौत हो गई है. राज्य पुलिस और पैरा मिलेट्री आतंकियों को पकड़ने के काम में लगी हुई है. दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।"
Strongly condemn the cowardly attack on a convoy of 46 AR which has reportedly killed few personnel including the CO & his family at CCpur today. The State forces & Para military are already on their job to track down the militants. The perpetrators will be brought to justice.
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) November 13, 2021