द फॉलोअप टीम, गढ़वा:
गढ़वा जिला के विशुनपुरा प्रखंड अंतर्गत सरांग पंचायत के जतपुरा गांव में लोगों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब शव यात्रा के दौरान जर्जर सड़क की वजह से उनको परेशानी का सामना करना पड़ा। मिली जानकारी के मुताबिक जतपुरा गांव की सीमा देवी की निधन हो गया। ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान ले जाने के लिए निकले। गांव से श्मशान के बीच रास्ता इतना खराब था कि ग्रामीणों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कच्चा रास्ता बारिश की वजह से कीचड़ युक्त हो गया था। रास्ता काफी फिसलन भरा था। लोगों को बहुत कठिनाई हुई।
रास्ते में शव लेकर चलना हो रहा था मुश्किल
हालात इतने खराब थे कि बुजुर्ग सीमा देवी के शव को लेकर चलना मुश्किल हो रहा था। बुजुर्ग महिला के शव को कंधा देने वाले लोगों को उक्त रास्ते में चलने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। आखिरकार ग्रामीणों ने सीमा देवी के शव को बीच रास्ते रख दिया और आक्रोश व्यक्त किया। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त की। ग्रामीणों का कहना था कि कई बार मांग किए जाने के बाद भी सड़क का निर्माण नहीं करवाया गया। कुछ दिन पहले पुलिस की गाड़ी भी रास्ते में फंसी थी। बावजूद इसके काम शुरू नहीं किया गया।
प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाला रास्ता खराब
आक्रोशित ग्रामीणों में से एक चरित्तर पाठक ने बताया कि यही एकमात्र रास्ता है जो जतपुरा को पिपरी कला से जोड़ता है। बीते कई वर्षों से सड़क की हालत काफी खराब हो चुकी है। सड़क निर्माण की मांग रखी गई तो प्रशासन ने केवल नापी करवाकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली। बारिश में तो हालत औऱ भी खराब हो जाती है। सड़क पर बने गड्ढों में पानी जमा हो जाता है। फिसलन इतनी ज्यादा होती है कि ना तो वाहन और ना ही पैदल सफर किया जा सकता है।
मांग नहीं मानी तो आंदोलन को होंगे बाध्य
मामले में एक अन्य ग्रामीण सुनील यादव ने कहा कि रास्ता काफी जर्जर हो चुका है। शव ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़क निर्माण को लेकर कई बार प्रशासन को पत्र लिखा गया। आवेदन दिया गया लेकिन सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने कहा कि यदि उनकी मांग पर शीघ्र विचार नहीं किया गया तो गांव के लोग आंदोलन को बाध्य होंगे।