द फॉलोअप टीम, रांची:
रिम्स में रैगिंग के नाम पर सीनियर और जूनियर छात्रों के बीच मारपीट की घटना पर आज फैसला लिया जा सकता है। मारपीट की घटना के बाद कमिटी का गठन हुआ था जिसका रिपोर्ट जमा होने के 22 दिन के बाद प्रबंधन आज बैठक कर दोषी छात्रों पर निर्णय लेगा। कमेटी द्वारा जमा की गई रिपोर्ट में हंगामा व रैगिंग से जुड़े 18 छात्रों के नाम दिए गए हैं। छात्रों के भविष्य के फैसले पर रिम्स के डीन डॉ सतीश चंद्र ने बताया कि प्रबंधन कभी गलत का साथ नहीं देगा जो भी गलत होगा उस पर कार्रवाई होगी। इन छात्रों को गलती करने से पहले सोचना चाहिए था।
18 छात्र शामिल
डॉ सतीश चंद्र ने बताया कि कमेटी के पास जो भी सबूत सामने आए हैं उसमें बताया जा रहा है कि 2019 बैच के छात्रों ने पांच सितंबर को हॉस्टल नंबर 4 में हो आकर हंगामा किया था। जिसके बाद पूरा माहौल खराब हुआ और मारपीट की नौबत आ पड़ी। इसमें 2019, 2020 छात्रों सहित 2016 बैच के 18 छात्र शामिल है।
रैगिंग होने का आरोप
इधर, रिम्स पीआरओ डा डीके सिन्हा ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट जमा होने के बाद भी कई जानकारियां छात्रों से ली जा रही थी। जांच कमेटी के अध्यक्ष डा हिरेन बिरुआ ने बताया था कि सभी जगहों का मुआयना किया गया है, साथ ही सभी छात्रों व अन्य लोगों का बयान लिया गया है। उन्होंने बताया था कि अभी जो बयान लिया गया है उसमें रैगिंग की कोई बात सामने नहीं आई है। मालूम में हो कि जूनियर छात्रों ने रैगिंग होने का आरोप लगाया है।