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आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं देश को 3 गोल्ड दिलाने वाली रांची की हेमा, नहीं मिल पा रही अच्छी डाईट

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

पावर लिफ्टिंग में देश के लिए 3 गोल्ड मेडल जीत चुकी रांची की हेमा कुमारी की हालत दयनीय है। आर्थिक तंगी की वजह से हेमा के लिए आगे करियर जारी रखना मुश्किल साबित हो रहा है। हेमा के पिता निजी कंपनी में काम करते हैं और उससे इतनी कमाई नहीं होती कि वो बेटी के लिए खेल जारी रखने का डाईट और संसाधन जुटा सकें। 

पावर-लिफ्टिंग के लिए जरूरी है अच्छी डाईट
गौरतलब है कि पावर लिफ्टिंग के लिए अच्छी डाइट का होना बहुत जरूरी है। संसाधन भी चाहिए। हालांकि आर्थिक तंगी की वजह से हेमा के लिए संसाधन जुटा पाना मुश्किल साबित हो रहा है। गौरतलब है कि रांची की रहने वाली 21 वर्षीय हेमा 64 किग्रा भार वर्ग में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 3 गोल्ड मेडल जीत चुकी है। राज्य और रााष्ट्रीय स्तर पर हेमा ने दर्जनों खिताब, पदक और कप जीते हैं,लेकिन ये युवा प्रतिभा फिलहाल आर्थिक तंगी का सामना कर रही है। 

इन स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं हेमा
हेमा ने 2020 में वर्ल्ड पावर-लिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था। इस चैंपियनशिप का तीन गोल्ड हेमा ने जीता था। इसमें पुल पावर लिफ्टिंग, बेंच प्रेस और डेडलिफ्ट स्पर्धा में हेमा ने गोल्ड मेडल जीता था। हेमा ने इसके अलावा 2021 में बेस्ट पावर-लिफ्टर ऑफ इंडिया प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता। नवंबर 2021 में ईस्टर्न स्ट्रांगेस्ट बेस्ट पावर लिफ्टिंग में गोल्ड जीता। 2020-21 में स्ट्रांगेस्ट वीमेन ऑफ झारखंड का खिताब भी हेमा ने ही जीता था। 

पिता की कमाई से मुश्किल से चलता है घर
हेमा के परिवार में माता-पिता के अलावा 2 बहन और 1 भाई है। पिता निजी कंपनी में काम करते हैं। हेमा ने बताया कि पावर-लिफ्टिंग के लिए अच्छी खुराक का होना जरूरी है। प्रोटीन और विटामिन युक्त भोजन के साथ-साथ हेल्थ ड्रिंक और पोषक तत्व जरूरी है। लेकिन आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि ये आसानी से उपलब्ध हो सके। हेमा को राज्य सरकार की तरफ से नौकरी का इंतजार है ताकि वो करियर को नई उड़ान दे सकें।