द फॉलोअप टीम, रांची:
राजधानी वासी इन दिनों बिजली संकट से जूझ रहे हैं। हर रोज दो से तीन घंटे बिजली की कटौती की जा रही है। सब स्टेशनों को बड़ी मुश्किल से 20 घंटे बिजली मिल रही है। शुक्रवार की सुबह 7.29 से 8.52 बजे तक मांग से कम बिजली दी गई। इसलिए लोड शेडिंग कर बारी-बारी से मोहल्लों में बिजली दी गयी। बांधगाड़ी इलाके में सुबह दो घंटे तक बिजली नहीं रही जबकि, न्यू नगर के बड़े इलाके में 12 बजे के बाद ही बिजली आयी।
ग्रामीण इलाकों में ज्यादा परेशानी
बिजली विभाग ग्रामीण इलाकों में ज्यादा कटौती कर रहा है. ताकि, शहर को अधिक बिजली दी जा सके। स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) से राजधानी को सप्लाई देने वाले तीनों ग्रिड को मांग की तुलना में कम बिजली मिली। संचरण निगम के अभियंताओं व सब स्टेशन को अलर्ट किया गया है कि बिजली की कमी होने के कारण कम आपूर्ति की जायेगी। इसलिए सब स्टेशन से हर घंटे बिजली आपूर्ति होने पर एक फीडर को एक घंटे के लिए बंद कर दूसरे फीडर से बिजली आपूर्ति की जा रही है।
इन इलाकों में बाधित रही बिजली
बांधगाड़ी, रानी बागान, जोहार नगर, सरनाटोली, बरियातू, हरमू, न्यू पुंदाग, बिरसा चौक, कोकर, कांटाटोली, चिरौंदी, दीपाटोली, हटिया, हवाई नगर, डोरंडा के मणिटोला, फिरदौस नगर, रौनक इन्क्लेव इलाके में बिजली बाधित रही। यहां एक जगह बिजली काट कर दूसरी जगह दी जा रही है।
50 दिन से बिजली बाधित
उधर धनबाद में 50 दिन से डीवीसी अपने कमांड एरिया के सात जिलों में 10 घंटे तक बिजली काट रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों 16 घंटे तक बिजली कटी रह रही है। अब तक भी जेबीवीएनएल-डीवीसी विवाद थमता नहीं दिख रहा है। नेता-अधिकारी चुप हैं, लेकिन कोई परेशान है तो वह है आम जनता। डीवीसी और जेबीवीएनएल के बीच 600 मेगावाट बिजली सप्लाई करने की एग्रीमेंट हुई है लेकिन बकाया होने की वजह से डीवीसी 300 मेगावाट से भी कम बिजली सप्लाई कर रहा है।